पक्षी गणना पूरी, 60 से अधिक प्रजाति के दिखे पक्षी
राजसमंद सहित पाली, अजमेर के तालाबों में हुई गणना

राजसमंद. राजसमंद वनखंड से जुड़े जिले सहित पाली, अजमेर के तालाबों पर वनविभाग द्वारा करवाई गई पक्षी गणना सोमवार को पूरी हो गई। एक दर्जन से अधिक तालाबों पर की गई गणना के दौरान 60 से अधिक प्रजाति के देसी-विदेशी पक्षी दिखे। इनमें कुछ ऐसे पक्षी भी थे जो वर्षों से यहां नहीं देखे गए।
पक्षी गणना में शामिल हुए हिमांशुसिंह चंद्रावल ने बताया कि देवगढ़ के कुंडेली बांध, राघव सागर और सोपरी, राजसमंद झील, राज्यावास, झौर के गोवलिया, गिरडिया तालाबों में पेलिकन, ग्रेटर फ्लेमिंगो, कॉमनकूट, नौदर्न शोवलर, ग्रेट के्रसटेड ग्रीब, लिटिल ग्रीब, रैड क्रेसटेड, पोचार्ड, कॉमन पोचार्ड, नौदर्न पिनटल, पाइड एबोसेट, ग्रे हैरोन, परपल हैरोन, स्पून बिल, सारस क्रेन, पेंटेड स्टॉर्क, परपल स्वापहेन, सेंड पाइपर, गोडविट, गेडवाल, ओस्प्रे, मार्श हैरियर, रीवर टर्न, कॉमन टील, किंग फिशर सहित करीब 60 प्रजातियों के देसी-विदेशी पक्षी नजर आए।
10 वर्ष बाद दिखा पाइड एबोसेट
गणकों ने बताया कि राजसमंद झील आदि स्थानों में लम्बे समय से पाइड एबोसेट, फ्लेमिंगो, पेलिकन जैसे पक्षी नजर नहीं आ रहे थे, लेकिन करीब 10 वर्ष बाद पाइड एबोसेट दिखा। साथ ही झील पर पेलिकन और फ्लेमिंगो भी देखे गए।
झील में दिखा फ्लेमिंगो
इससे पूर्व रविवार को राजसमंद झील सहित पाली, अजमेर के आधा दर्जन से ज्यादा जलाशयों पर एक दर्जन से ज्यादा गणकों ने पक्षी गणना की। झील के उथले पानी पर फ्लेमिंगो का कलरव गणकों को भी खूब भाया। सोमवार को टीम राज्यावास व झौर के गोवलिया तालाब पर गणना करेगी। डीएफओ फतेहसिंह राठौड़ ने बताया कि गणना छह दिनों तक होनी थी, लेकिन पर्याप्त पक्षी गणक मिलने से तीन दिन में ही गणना पूरी हो सकती है। उन्होंने बताया कि जिले सहित अजमेर व पाली के तालाबों की गणना भी रविवार को लगभग पूरी हो गई।
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