पीडि़त दंपती देवगढ़ के आंजना गांव के रहने वाले हैं। महिला कमला रेगर (30) की शादी 9 साल पहले विपिन से हुई थी। 15 अगस्त 2021 को सीएचसी देवगढ़ में डॉ. अशोक कुमावत ने सिजेरियन किया था, जिस पर महिला ने बच्चे को जन्म दिया। ज्ञापन में कमला और पति विपिन ने आरोप लगाया कि डॉक्टर की लापरवाही के कारण गंदा पानी बच्चे के फेफड़े में चला गया, जिस पर उसे उदयपुर रैफर किया गया। जहां 3 दिन इलाज के बाद मासूम ने दम तोड़ दिया था। ज्ञापन में कमला ने बताया कि सिजेरियन के 1 महीने बाद ऑपरेशन वाली जगह इंफेक्शन हो गया और रस्सी भर गई। ज्ञापन में बताया कि 4 डॉक्टर की टीम ने चेक भी किया, महिला को देवगढ़ के सरकारी हॉस्पिटल में ले गए यहां डॉक्टर ने ऑपरेशन कर 1 लीटर मवाद (रस्सी) निकाली एवं 15 दिनों तक ड्रेसिंग की गई। जबकि, डॉ कुमावत का कहना है कि सिजेरियन ऑपरेशन के पश्चात कभी मरीज या परिजन ऐसे मामले को लेकर सीएचसी नहीं आए और न ही यहां कोई रस्सी या मवाद निकाला गया।
ज्ञापन में बताया कि इसके 25 दिनों बाद फिर से उस घाव के दूसरी तरफ गांठ जैसे सूजन हो गई। डॉक्टर को बताने पर सोनोग्राफी और सिटी स्कैन करवाने की सलाह दी गई। सोनोग्राफी की रिपोर्ट देख बताया गया कि सिजेरियन ऑपरेशन के दौरान इंफेक्शन फैल गया था। इस पर महिला का दोबारा ऑपरेशन कर रस्सी निकाली गई। महिला के पति विपिन ने बताया कि 15 दिन बाद दोबारा दर्द होने पर राजसमंद के जिला अस्पताल ले गए। जहां, डॉक्टर ने एमआरआई करवाने की सलाह दी इस पर परिजन घबरा गए। महिला को भीम अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर की टीम ने मेडिकल कॉलेज की सलाह दी। 25 दिसंबर को महिला को दोबारा राजसमंद के आरके अस्पताल ले गए और एमआरआई करवाई। इसमें सामने आया कि महिला के पेट में कुछ है। इसके बाद एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन किया गया, जहां उसके पेट से गॉज बैंडेज निकाली गई।
ज्ञापन में बताया कि इसके 25 दिनों बाद फिर से उस घाव के दूसरी तरफ गांठ जैसे सूजन हो गई। डॉक्टर को बताने पर सोनोग्राफी और सिटी स्कैन करवाने की सलाह दी गई। सोनोग्राफी की रिपोर्ट देख बताया गया कि सिजेरियन ऑपरेशन के दौरान इंफेक्शन फैल गया था। इस पर महिला का दोबारा ऑपरेशन कर रस्सी निकाली गई। महिला के पति विपिन ने बताया कि 15 दिन बाद दोबारा दर्द होने पर राजसमंद के जिला अस्पताल ले गए। जहां, डॉक्टर ने एमआरआई करवाने की सलाह दी इस पर परिजन घबरा गए। महिला को भीम अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर की टीम ने मेडिकल कॉलेज की सलाह दी। 25 दिसंबर को महिला को दोबारा राजसमंद के आरके अस्पताल ले गए और एमआरआई करवाई। इसमें सामने आया कि महिला के पेट में कुछ है। इसके बाद एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन किया गया, जहां उसके पेट से गॉज बैंडेज निकाली गई।
6 महीने में 3 बार ऑपरेशन
बुधवार दोपहर को महिला अपने पति और परिवार के साथ कलक्टर कार्यालय पहुंची। महिला ने कलक्टर को को डॉक्टर के खिलाफ शिकायत देकर लापरवाही करने का आरोप लगाया और न्याय की गुहार लगाई। महिला ने बताया कि डॉक्टर की लापरवाही के कारण 6 महीने में 3 बार उसका ऑपरेशन हुआ। बच्चेदानी खराब हो गई है। अभी भी दर्द हो रहा है। मेरी जिंदगी खराब हो चुकी है, ऐसे लापरवाह डॉक्टर पर कार्रवाई होनी चाहिए।
बुधवार दोपहर को महिला अपने पति और परिवार के साथ कलक्टर कार्यालय पहुंची। महिला ने कलक्टर को को डॉक्टर के खिलाफ शिकायत देकर लापरवाही करने का आरोप लगाया और न्याय की गुहार लगाई। महिला ने बताया कि डॉक्टर की लापरवाही के कारण 6 महीने में 3 बार उसका ऑपरेशन हुआ। बच्चेदानी खराब हो गई है। अभी भी दर्द हो रहा है। मेरी जिंदगी खराब हो चुकी है, ऐसे लापरवाह डॉक्टर पर कार्रवाई होनी चाहिए।
चिकित्सक पर रुपए देने का भी आरोप
ज्ञापन में आरोप लगाते हुए बताया कि छुट्टी होने के बाद परिजन सीएचसी गए एवं डॉक्टर से बात की, जिसमे डॉक्टर ने आर्थिक मदद करने की बात कही एव शाम को चेक ले जाने के लिए कहा, परन्तु चिकित्सक का आज दिन तक फोन नहीं आया।
मरीज एवं परिजन ने कभी भी किसी समस्या के बारे में नहीं बताया
ज्ञापन में आरोप लगाते हुए बताया कि छुट्टी होने के बाद परिजन सीएचसी गए एवं डॉक्टर से बात की, जिसमे डॉक्टर ने आर्थिक मदद करने की बात कही एव शाम को चेक ले जाने के लिए कहा, परन्तु चिकित्सक का आज दिन तक फोन नहीं आया।
मरीज एवं परिजन ने कभी भी किसी समस्या के बारे में नहीं बताया
देवगढ़ सीएचसी में कार्यरत रहते हुए स्त्री रोग से सम्बंधित अब तक करीब 800 ऑपरेशन सफलता पूर्वक कर चुका हूं। जिनमें ऐसी कोई शिकायत नहीं रही। इस मामले में सिजेरियन ऑपरेशन के बाद मरीज एवं परिजन ने कभी भी किसी समस्या का होना अब तक मुझे नहीं बताया और न ही रस्सी भरने या अन्य किसी समस्या के बारे में वापस चिक्तिसालय पर आकर दिखाया।
डॉ. अशोक कुमावत, स्त्री रोग विशेषज्ञ, सीएचसी देवगढ़
डॉ. अशोक कुमावत, स्त्री रोग विशेषज्ञ, सीएचसी देवगढ़
नहीं है मामले की जानकारी
मामला बहुत पुराना है, इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है।
डॉ. सीपी जैन, भगवान महावीर हॉस्पिटल देवगढ़
मामला बहुत पुराना है, इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है।
डॉ. सीपी जैन, भगवान महावीर हॉस्पिटल देवगढ़