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लीज की आड़ में नदी पेटे से हो रहा धड़ल्ले से अवैध बजरी खनन

locationराजसमंदPublished: Jun 20, 2019 12:28:23 pm

Submitted by:

laxman singh

चौकड़ी में धड़ल्ले से काटी जा रही बजरी की रॉयल्टीअवैध कारोबार के बावजूद खनन विभाग दिखा रहा सुस्ती

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लीज की आड़ में नदी पेटे से हो रहा धड़ल्ले से अवैध बजरी खनन

प्रमोद भटनागर/गिरिश व्यास

रेलमगरा. बनास नदी से बजरी का अवैध खनन करने वाला माफिया निजी जमीन के नाम पर नदी पेटे से बजरी का अवैध रूप से खनन कर खनन विभाग की आंखों में धूल झोंक रहा है। वहीं, इसको लेकर शिकायतों के बाद भी विभाग की ओर से इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं करते हुए सुस्ती ही दिखाई जा रही है।
सुप्रीम कोर्ट से खनन पर रोक के आदेशों के बाद खनन विभाग ने निजी जमीन से बजरी का खनन करने का खाका तैयार करते हुए जिले में कई जगहों पर एसटीपी (शॉर्ट टाइम परमिट) जारी कर दी। एसटीपी मिलने के बाद ठेकेदारों ने खनन विभाग में निर्माण कार्यों के वर्क ऑर्डर पेश कर निजी जमीन से बजरी का खनन करने का कार्य शुरू कर दिया। लीज शुदा जमीन से बजरी का खनन करने के नाम पर इन लोगों ने नदी पेटे से ही बजरी का खनन करना शुरू कर दिया। सड़क से बेरोकटोक गुजरने के नाम पर बजरी लदे वाहनों की रवन्ना पर्ची काटकर रॉयल्टी की रसीद थमा दी जाती है। नदी पेटे से बजरी भरकर लीज शुदा जमीन के सामने से रॉयल्टी की रसीद लेकर गुजरने वाले वाहन खनन विभाग की आंखों में तो धूल झोंक रहे हैं। वहीं, खाकी वर्दी भी इनके झांसे में आकर अपनी आंखों के सामने इस खेल को होता देख रही है।
वर्क ऑर्डर में आवश्यकता से अधिक जा रही बजरी
निजी जमीन से बजरी खनन करने के नाम पर विभाग से एसटीपी प्राप्त करने वाले खननकर्ता बजरी का सड़क पर परिवहन करने के लिए विभाग में वर्क ऑर्डर प्रस्तुत कर बजरी खनन का खेल खेलते हैं। वहीं इसी वर्क ऑर्डर की आड़ में दर्जनों डम्परों से प्रतिदिन बजरी का परिवहन करने में कामयाब हो जाते हैं। विभाग को प्रस्तुत किए गए वर्क ऑर्डर में बताई गई आवश्यकता की बजरी से कई गुना अधिक बजरी का खनन करने के बाद भी विभागीय अधिकारियों की नींद नहीं खुलती, जिससे एक वर्क ऑर्डर में बताई गई बजरी से पांच गुना तक बजरी का परिवहन अन्यत्र कर ये खननकर्ता चांदी काट रहे हैं।
नदी में पानी आने से पूर्व शुरू कर दिया बजरी का स्टॉक
मानसून आने की तैयारी के साथ ही नदी पेटे में पानी की आवक शुरू होने की संभावनाओं को देखते हुए खननकर्ताओं ने बजरी का स्टॉक करना भी शुरू कर दिया है। क्षेत्र के चांपाखेड़ी, दामोदरपुरा, पछमता, गिलूण्ड, चौकड़ी, ओड़ा सहित करीब दर्जभर गांवों में बजरी का स्टॉक इन दिनों किया जा रहा है। इसमें चांपाखेड़ी, दामोदरपुरा एवं पछमता के निकट रेलमगरा से गिलूण्ड मार्ग पर मुख्य सड़क के किनारे बजरी के स्टॉक लगा रखे हैं। खननकर्ता दिन के समय में नदी पेटे से बजरी लाकर इस स्टॉक में डालते रहते हैं, वहीं रात्रि के समय में नदी पेटे से भरकर इसे अन्यत्र महंगे दामों में बिक्री के लिए भेजते हैं।

विभाग नहीं करता कोई कार्यवाही
इस तरह लीज और वर्क ऑर्डी की आड़ में बनास नदी से बजरी खनन का अवैध कारोबार धड़ल्ले से होने की सूचनाओं के बावजूद खनन विभाग द्वारा इसके विरुद्ध कार्यवाही के कोई प्रयास नहीं किए गए। महिने भर में कभी-कभार इक्का-दुक्का कार्यवाही हो भी जाती है तो उसे पुलिस द्वारा अंजाम दिया जाता है। पुलिस ही बजरी लदे वाहन पकड़कर खनन विभाग को सूचना देती है। यही नहीं, सूचना के बावजूद भी खनन विभाग के अधिकारी, कार्मिक घण्टों बाद मौके पर पहुंचकर कार्यवाही को अंजाम देते हैं।
विभाग ने पकड़े थे दो डंपर
चौकड़ी में निजी जमीन से बजरी खनन के लिए एसटीपी जारी कर रखी है। इसकी आड़ में नदी पेटे से बजरी खनन की पूर्व में शिकायतें मिली थी, जिस पर विभाग ने कार्यवाही करते हुए दो डम्पर जब्त किए थे। वर्क ऑर्डर में वांछित बजरी से अधिक बजरी का परिहवन करने का मामला गंभीर है। इस अवैध कारोबार को रोकने के लिए सख्त कार्यवाही की जाएगी।
एनएल मेघवाल, अधिशासी अभियंता, खनन विभाग राजसमंद
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