scriptमोटे ब्याज का झांसा देकर 600 लोगों से निवेश करवाए, डूबे सवा दो करोड़ | Chitfand's work from 600 people at rajsamand | Patrika News

मोटे ब्याज का झांसा देकर 600 लोगों से निवेश करवाए, डूबे सवा दो करोड़

locationराजसमंदPublished: May 07, 2019 10:50:00 am

Submitted by:

laxman singh

कांकरोली पुलिस जांच में खुला चिटफंड का कारनामा

लक्ष्मणसिंह राठौड़ @ राजसमंद

बैंक से ज्यादा ब्याज का लालच में आरडी व एफडी के बहाने चिटफंड कंपनी में निवेश करने वाले जिले के 600 से ज्यादा लोगों के सवा दो करोड़ रुपए से ज्यादा डूब गए हैं। कांकरोली थाना पुलिस की जांच में तीन चिटफंड कंपनी का काला कारनामा खुलकर सामने आ गया। के्रडिट कॉपरेटिव सोसायटी के कार्यालय खोले, फिर अभिकर्ता बनाकर शहर-देहात के लोगों की गाढ़ी कमाई निवेश करवा दी।
पुलिस के अनुसार रकमगढ़, बामनहेड़ा निवासी श्यामलाल पुत्र लालू कुमावत ने केएमजे लैंड डवलपर्स इंडिया लि. नई दिल्ली के विरुद्ध रिपोर्ट दी। बताया कि केएमजे लैंड डवलपर्स का देशभर में रियल स्टेट का कारोबार है। सुभाषनगर, ग्वालियर (मध्यप्रदेश) निवासी संतोषीलाल राठौड़ पुत्र घासीराम राठौड़ ने कांकरोल के भगवानदास मार्केट में श्रीनाथ इलेक्ट्रीक एंड हार्डवेयर के ऊपर वर्ष 2010 में कार्यालय खोला। पीडि़त से 31 दिसंबर 2009 को बीस हजार रुपए की एफडी कराई, जो परिपक्व होकर 31 दिसंबर 2015 को 40 हजार 500 रुपए मिलने थे। तय समयावधि के बाद परिपक्व एफडी की राशि नहीं मिली। इस तरह कांकरोल से 74 अन्य लोगों ने आरडी व एफडी के रूप में 13 लाख 96 हजार 130 रुपए जमा कराए, जिसकी परिपक्वता राशि 25 लाख 72 हजार 880 रुपए का भुगतान नहीं किया। इस तरह बकाया राशि बढऩे पर आरोपी ने केएमजे लैंड डवलपर्स इंडिया लिमिटेड का नाम बदलकर लोकहित भारती क्रेडिट कॉपरेअिव कंपनी कर दिया।
सैरुयद है चिटफंड कंपनी का सरगना
चिटफंड कंपनी का सरगना छठीं मंजिल, डीएलएफ टावर, शिवाजी मार्ग नफरगढ़ रोड नई दिल्ली निवासी जनरल मैनेजर सैरुयद आर. आशमी है। इसके अलावा संतोषीलाल राठौड़, उसकी पत्नी निर्मला राठौड़, सुभाष नगर, ग्वालियर (मध्यप्रदेश) निवासी कंचन राजावत खुशवा, 62/3ए/5बी, अटल नगर मुस्तफा क्वार्टर केन्ट आगरा निवासी गोपाल प्रसाद गुप्ता पुत्र स्व. आरसी गुप्ता, 104 देवकृष्णा कॉम्पलेक्स, मोची ओली, लशकर ग्वालियर (मध्यप्रदेश) निवासी दिलीप कुमार जैन पुत्र अवतार जैन, चारभुजा मंदिर, रानी पोल, हाजीरा ग्वालियर (मध्यप्रदेश) निवासी मनोज कुमार सविता पुत्र सत्यनारायण सविता को दोषी मानते हुए पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए हैं। पुलिस की अब तक की जांच में सामने आया कि चिटफंड कंपनी के जरिये 500 से ज्यादा लोगों के करीब सवा दो करोड़ रुपए हजम कर गए। राजसमंद में धांयला निवासी बाबूलाल ने ऊंचे ब्याज का झांसा देकर लोगों की गाढ़ी कमाई जमा कराई।
भीलवाड़ा जिले में खरीदी जमीनें
केएमजे लैंड डवलपर्स इंडिया लिमिटेड द्वारा मध्यप्रदेश के साथ ग्वालियर में 400 बीघा जमीन खरीदी। घपला उजागर होने पर वर्ष 2011 में ग्वालियर जिला कलक्टर ने करीब 200 बीघा जमीन जब्त कर लोगों के निवेश की राशि लौटाई। प्रशासन के पास अब भी करीब दो सौ बीघा जमीन व 15 करोड़ रुपए जमा है।
कंपनी बदल डकारे दस लाख
सातलियास, सांगास, सहाड़ा (भीलवाड़ा) निवासी नंदकिशोर पुत्र किशनलाल खारोल ने चौहान कॉम्प्लेक्स छतरियों के पास, रेनबो लेब गली कांकरोली में सिन्धु निधी लिमिटेड का रजिस्टर्ड ऑफिस खोला। नंदकिशोर के साथ डायरेक्टर जूणदा निवासी शांतिलाल पुत्र लादू शर्मा ने भिवाड़ी (हरियाणा) निवासी राहुल कुमार पुत्र रामकृपाल तिवारी केक साथ मिलकर चिटफंड कंपनी खोली। कांकरोली में छतरियों के पास कांकरोली निवासी संगीता कोठारी पत्नी रोहित कोठारी को अभिकर्ता बनाया। संगीता ने 102 लोगों के आरडी व एफडी के नाम 10 लाख 18 हजार 665 रुपए जमा करवाए दिए। परिपक्वता के बाद भी भुगतान नहीं होने पर अभिकर्ता संगीता ने कई बार तकाजा किया। इस बीच आरोपियों ने सिंधु निधि लि. कंपनी को बंद कर लोक हित भारत के्रडिट कॉपरेटिव का कार्यालय खोलने का नाटक किया। साथ ही सिंधु निधि के आरडी व एफडी की पॉलिसी जमा कर लोक हित भारत के्रडिट कॉपरेटिव नाम की नई पॉलिसियां जारी की गई। इस तरह ग्राहकों से यह लिखवा दिया कि सिंधु निधि में उनका कोई बकाया नहीं है। उसके बाद भी पीडि़तों ने कई बार तकाजा किया, मगर भुगतान नहीं हुआ। संगीता की रिपोर्ट पर पुलिस जांच में पोलपट्टी खुल गई।
कागजों में कंपनी बना कराया निवेश
कांकरोली में ऐसी चिटफंड कंपनी खोली, जिसका पूरे देश में कहीं अस्तित्व ही नहीं है। कागजों में फर्जी रसीद व दस्तावेज तैयार कर लाखों रुपए का निवेश करवा दिया। मुखर्जी चौराहा कांकरोली निवासी नेत्रपाल उर्फ बालाजी पुत्र बाबूलाल कुशवाह ठाकुर ने पावटिया केलवाड़ा निवासी पन्नादास पुत्र किशनदास वैष्णव, खाटोल, बांसवाड़ा निवासी डॉ. भवानीशंकर मेहता पुत्र दुर्गाशंकर मेहता, बड़ी पडाल, घाटोल (बांसवाड़ा) निवासी नीलेश पुत्र प्रभुलाल कलाल, रामपुरा, डेयाणा, गढ़ी (बांसवाड़ा) निवासी विनोद पुत्र लक्ष्मण डिडोर (मीणा) व सज्जनगढ़ (बांसवाड़ा) निवासी राजेंद्र पुत्र कन्हैयालाल पटेल के विरुद्ध रिपोर्ट दी। बदमाशों ने कांकरोली में एचबीएन डेरिज एवं एलाईड लि. में आरडी के जरिये लोगों से प्रतिमाह एक- एक हजार रुपए संग्रहित किए। इसके तहत प्रत्येक से 44 किश्तें जमा की, जिसकी परिपक्वता अवधि पूर्ण होने के बाद बदमाश कार्यालय बंद कर फरार हो गए। पुलिस जांच में यही सामने आया। अब पुलिस द्वारा फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो