अब गांवों में सफाई को नापा जाएगा मानकों पर,1 से 30 अगस्त तक कार्यक्रम की होगी शुरुआत
पूर्व में स्वच्छ भारत मिशन टीम जुटी तैयारियों में, कर रहे लोगों को जागरूक

राजसमंद. शहर के बाद अब स्वच्छता सर्वेक्षण-२०१८ ग्रामीण शुरू होगा। इसे लेकर पूरे जिले में स्वच्छ भारत मिशन की टीम व पंचायतों के स्तर पर भी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। सर्वेक्षण दल एक से ३० अगस्त तक इस कार्यक्रम में जिले में स्वच्छता के कामों को देखेंगे और स्वच्छता संबंधी कमी को भी चिह्नित करेंगे। सितम्बर में राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण जांच दल जिले में आएगा और प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से आकलन कर रैंकिंग दी जाएगी। इससे पूर्व १३ जुलाई को पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय ने राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छता सर्वेक्षण की शुरुआत की। टॉप रैंकिंग हासिल करने वाले जिले को दो अक्टूबर को राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा जाएगा।
...तो जिले को बनाना होगा टॉप
आपको बता दें कि जिले को टॉप रैंक में लाने के लिए ग्रामीण स्तर पर काफी प्रयास करने होंगे। प्रत्येक गांव के स्कूल, आंगनबाड़ी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, बाजार, धार्मिक स्थल को स्वच्छता के लिहाज से चमकाना होगा।
श्रेष्ठता पाने के लिए ये स्तर देंगे चुनौती
जिले को स्वच्छता की कसौटी पर उतरने के लिए कई मुश्किल पड़ावों को पार करना होगा। यानि कि स्वच्छता सर्वेक्षण १०० अंक के पूर्णांक को कई स्तर पर विभाजित किया गया है।
पहला पड़ाव सेवा स्तर का होगा। इसमें २५ नम्बर रखे गए हैं। इसके अन्तर्गत ओडीएफ गांव के ५, स्वच्छता कवरेज के ५, फोटो अपलोडिंग के ५, अक्रियाशील शौचालय के १० अंक मिलेंगे। दूसरे बड़े पड़ाव में नागरिकों की प्रतिक्रिया ली जाएगी, जिसमें स्वच्छता एप के माध्यम से आम नागरिक स्वच्छता के बारे में अपना फीडबैक देंगे। इसमें ग्रामीण बैठक, ग्रुप चर्चा, ऑनलाइन फीडबैक, व्यक्तिगत साक्षात्कार होगा। उसमें ३५ अंक रखे गए हैं। तीसरे चरण में स्वयं स्वच्छता जांच दल गांवों में जाएगा तथा स्कूल, आंगनबाड़ी, पीएचसी, बाजार, धार्मिक स्थल आदि सार्वजनिक जगहों को स्वच्छता के मानकों पर परखेगा। इसके ३० अंक होंगे।
तैयारियां हुई शुरू
जिले व पंचायत स्तरीय कार्मिकों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। ग्रामीण निगरानी कमेटियों के लिए समस्त विकास अधिकारी, स्वच्छ भारत मिशन के खण्ड समन्वयक, पंचायत कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
एक नजर में कार्यक्रम
स्वच्छता सर्वेक्षण देश के ६९८ जिले, ६ हजार ९८० गांव, ३४ हजार ९०० सार्वजनिक जगहों पर किया जाएगा। इसमें ५० लाख लोगों का फीडबैक लिया जाएगा।
तैयारी शुरू
&एक तारीख से स्वच्छता सर्वेक्षण कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है। समयबद्ध तरीके से जिले को ओडीएफ किया गया है। अब आगे की तैयारियों में जुटे हुए हैं।
गोविंद सिंह राणावत,
सीईओ, जिला परिषद
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