डिजिटल धागे : कवि सम्मेलन में हंसाया-गुदगुदाया
राजसमंद. ‘डिजिटल धागेÓ शृंखला के तहत लोगों के चेहरे पर मुस्कान बिखेरने के लिए जिला परिषद के एसीईओ डॉ. दिनेश राय सापेला के निर्देशन में साकेत साहित्य संस्थान की सहभागिता में ऑनलाइन हास्य कवि सम्मेलन हुआ, जिसमें दर्शको को कवियों ने अपनी रचनाओं से हंसा-हंसा कर लोटपोट किया।
अतिथि कोटा सीईओ बृजमोहन बैरवा व टी.सी. बोहरा, पूर्व सीईओ रामपाल शर्मा, अतिरिक्त प्रभारी स्वच्छ भारत मिशन पराग चौधरी ने भी काव्य पाठ किया। नानालाल सालवी ने बायीं आंख चल गई… हेमेंद्रसिंह चौहान ने पेंसिल परकार स्केल मांगने मात्र से प्यार हो जाता था…, नारायणसिंह राव ने क्वारन्टीन सेंटर से आकर पत्नी को एकटक निहारा…, वीणा वैष्णव रागिनी ने लोक डाउन में पतिदेव ने किचन में हाथ बंटाया…, पूरण शर्मा ने ट्रैक्टर को मारुति से प्यार हो गया… परितोष पालीवाल ने फेफड़ों में बेतहाशा गढ़ रहा है…., छगनलाल प्रजापत ने गुड़ देवा सूं मरे तो जहर नी देवणो…, राजेन्द्र राजन ने फैशन में मन सभी का मचल रहा…, मुकेश शर्मा ने पैरावणी कविता से हंसाकर लोट-पोट किया। डॉ. दिनेश राय सापेला ने संचालन करते हुए सभी को गुदगुदाया। इस मौके पर रामगोपाल आचार्य, बंशीलाल गुर्जर, केशव सांचीहर, नेहा राव, रवीन्द्र लखारा, गजेन्द्रसिंह नारलाई, मोहम्मद यूनुस, सुमित जैन, मुबारिक खान, घनश्याम शर्मा, प्रह्लाद शर्मा सहित कई कवियों ने रचना पेश की।
राजसमंद. ‘डिजिटल धागेÓ शृंखला के तहत लोगों के चेहरे पर मुस्कान बिखेरने के लिए जिला परिषद के एसीईओ डॉ. दिनेश राय सापेला के निर्देशन में साकेत साहित्य संस्थान की सहभागिता में ऑनलाइन हास्य कवि सम्मेलन हुआ, जिसमें दर्शको को कवियों ने अपनी रचनाओं से हंसा-हंसा कर लोटपोट किया।
अतिथि कोटा सीईओ बृजमोहन बैरवा व टी.सी. बोहरा, पूर्व सीईओ रामपाल शर्मा, अतिरिक्त प्रभारी स्वच्छ भारत मिशन पराग चौधरी ने भी काव्य पाठ किया। नानालाल सालवी ने बायीं आंख चल गई… हेमेंद्रसिंह चौहान ने पेंसिल परकार स्केल मांगने मात्र से प्यार हो जाता था…, नारायणसिंह राव ने क्वारन्टीन सेंटर से आकर पत्नी को एकटक निहारा…, वीणा वैष्णव रागिनी ने लोक डाउन में पतिदेव ने किचन में हाथ बंटाया…, पूरण शर्मा ने ट्रैक्टर को मारुति से प्यार हो गया… परितोष पालीवाल ने फेफड़ों में बेतहाशा गढ़ रहा है…., छगनलाल प्रजापत ने गुड़ देवा सूं मरे तो जहर नी देवणो…, राजेन्द्र राजन ने फैशन में मन सभी का मचल रहा…, मुकेश शर्मा ने पैरावणी कविता से हंसाकर लोट-पोट किया। डॉ. दिनेश राय सापेला ने संचालन करते हुए सभी को गुदगुदाया। इस मौके पर रामगोपाल आचार्य, बंशीलाल गुर्जर, केशव सांचीहर, नेहा राव, रवीन्द्र लखारा, गजेन्द्रसिंह नारलाई, मोहम्मद यूनुस, सुमित जैन, मुबारिक खान, घनश्याम शर्मा, प्रह्लाद शर्मा सहित कई कवियों ने रचना पेश की।