बंद रही दुकानें
बुधवार को शहर में दूध और दवाओं की दुकानों को छोड़कर सभी दुकानें बंद रही। सुबह तो दूध की दुकानों को भी प्रशासन द्वारा बंद करवा दिया गया था लेकिन बाद में उन्हें खुलवा दिया गया। इससे शहर की सड़कों पर ज्यादा लोग नजर नहीं आए।
बुधवार को शहर में दूध और दवाओं की दुकानों को छोड़कर सभी दुकानें बंद रही। सुबह तो दूध की दुकानों को भी प्रशासन द्वारा बंद करवा दिया गया था लेकिन बाद में उन्हें खुलवा दिया गया। इससे शहर की सड़कों पर ज्यादा लोग नजर नहीं आए।
नहीं बंद हो रही गपशप
इधर शहर से बाहरी क्षेत्रों में बंद दुकानों के चबूतरों, गलियों में महिलाओं सहित पुरुषों की अभी भी गपशप नहीं थम रही है। इसमें भी सबसे चिंता जनक बात यह है कि वे आपस में उचित दूरी के नियम को भी नहीं बरत रहे। उनमें अभी भी सोशल डिस्टेंस को लेकर जागरुकता नहीं दिख रही।
ग्रामीण क्षेत्रों में और भी खराब है हालत
शहरी क्षेत्रों की तुलना में सोशल डिस्टेंस को लेकर गांव में और भी स्थिति खराब है, कई गांव तो ऐसे हैं जिनमें लगता ही नहीं कि लॉकडाउन भी चल रहा। फर्क ये है कि अब वे चौपालों पर नहीं बैठककर घरों के बाहर ही चौपाल लगा रहे हैं।