जिला अस्पताल के पीएमओ डॉ. ललित पुरोहित ने बताया कि वार्ड में भर्ती ३२ लोगों का स्वास्थ्य अच्छा होने पर उन्हें छुट्टि दे दी है। इसमें कुछ के रिपीट सैम्पल भी निगेटिव आ चुके थे, लेकिन कुछ लोगों में कोई लक्षण नहीं होने पर उन्हें छुट्टी दी गई है। सभी के हाथों पर मुहर लगाकर उन्हें १४ दिनों तक घर में रहने की हिदयात दी गई है। अब वार्ड में नए संदिग्ध ही भर्ती है।
अस्पताल के बाहर ही लग रही मुहर
राजकीय जिला चिकित्सालय के मुख्य द्वार के बाहर ही सेनेटाइजर लेकर पुलिस व चिकित्सा विभाग की टीम बैठी रहती है, जो भी मरीज यहां उपचार के लिए आता है, पहले उसके यहीं हाथों को सैनेटाइज करवाया जाता है, बाद में उससे पूछतांछ करके उसे अस्पताल में प्रवेश दिया जा रहा है। इस दौरान अगर कोई व्यक्ति प्रवासी राजस्थानी होता है तो उसका नाम, पता और वह कहां से आया, कब आया यह जानकारी रजिस्टर में दर्जकर वहीं उसके हाथ पर होम आईसुलेशन की मुहर लगा दी जाती है तब उसे अस्पताल में प्रवेश दिया जाता है। मंगलवार को भी अस्पताल परिसर के बाहर यह नजारा देखने को मिला।
मरीजों की संख्या में लगी लगाम
जबसे राजकीय आरके जिला चिकित्सालय को कोरोना वार्ड बनाया गया है और निशुल्क आउटडोर की जिम्मेदारी निजी चिकित्सालयों को सौंपी गई है, तबसे व्यवस्थाओं में सुधार आया है। मंगलवार को दोहपर करीब एक बजे यहां मरीजों की संख्या काफी नियंत्रित थी, जिससे अस्पताल में शोसल डिस्टेंसिंग साफ नजर आई।
स्क्रीनिंग 702556
आईसुलेशन में 11
कुल सैम्पल 79
संदिग्ध 4
आईसुलेशन में 11
कुल सैम्पल 79
संदिग्ध 4