scriptVideo : पेड़ों को भाई मानकर राखी बांधती हैं बेटियां | Daughters tie trees as brothers | Patrika News

Video : पेड़ों को भाई मानकर राखी बांधती हैं बेटियां

locationराजसमंदPublished: Aug 05, 2020 05:43:30 am

Submitted by:

Rakesh Gandhi

– राजसमंद जिले की पिपलांत्री ग्राम पंचायत में होता है ऐसा

Video : पेड़ों को भाई मानकर राखी बांधती हैं बेटियां

Video : पेड़ों को भाई मानकर राखी बांधती हैं बेटियां

राकेश गांधी
राजसमंद. चौदह साल से जिन बेटियों के नाम से पौधे लगे थे, वे बेटियां ही अब इन बढ़ते हुए पेड़ों पर हर साल राखी बांधती आ रही है। पिपलांत्री पंचायत समिति की अधिकतर बेटियां इस कार्यक्रम में भाग लेती हैं और पेड़ों को अपना भाई मानते हुए उन्हें हर साल रक्षाबंधन पर राखी बांधकर उनकी रक्षा का वचन देती है। बेटियां ये मानती है कि उनका जन्म उनके माता-पिता ने दिया है और ये पेड़ भी उनके माता-पिता ने उनके जन्म पर लगाए हैं, इस नाते ये पेड़ उनके भाई हुए। उन्हें ये भी लगता है कि रक्षा करने का धर्म पेड़ व बेटियां समान रूप से निभाती हैं। पेड़ बेटियों को छाया, फल व शुद्ध वातावरण सुलभ करवाता है तो बेटियां हर साल उन्हें बड़े होने में अपना हर संभव योगदान देती हैं।

जलग्रहण समिति पिपलांत्री के अध्यक्ष व पूर्व सरपंच श्यामसुंदर पालीवाल बताते हैं कि वर्ष 2006 में जब उनकी बिटिया किरण का निधन हुआ तब से उन्होंने ये तय कर लिया था कि गांव की हर बेटी की रक्षा की जाएगी। इस पर उन्होंने बेटियों के जन्म को पेड़ों से जोडऩे का निश्चय किया। आज यह पूरी पंचायत समिति के हर घर का मिशन बन चुका है। चौदह साल के दौरान जितनी भी बेटियों ने जन्म लिया, उनके नाम पर पौधे लगे और अब ये ही बेटियां इन पेड़ों को भाई की तरह अपना कर हर साल इस पर राखी बांधती है व उनकी पूजा करती है। पिपलांत्री की सरपंच अनिता पालीवाल कहती हैं कि इस तरह के आयोजन से बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है। साथ ही पेड़ लगाने को प्रोत्साहन मिलता है। अरावली की पहाडिय़ों से घिरा पिपलांत्री वैसे भी हरा-भरा था, पर इस तरह पेड़ लगाने व उनकी रक्षा करने से आज पिपलांत्री और हरा-भरा हो गया है। यहां की बेटियां इन पेड़ों की छांव में चहकती हुई नजर आती हैं। हर साल वे इन पेड़ों के पास आकर भाव-विभोर हो जाती है।
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