मार्बल पत्थर से कर रहा था चुनाई
ठेकेदार ने काम की शुरुआत बाउंड्रीवाल से की। उसने दीवार चुनाई में चुनाई पत्थर की जगह सफेद मार्बल के पत्थरों को काम लिया। बताया जाता है कि मार्बल पत्थर में सीमेंट बिल्कुल पकड़ नहीं करती जिससे इसकी दीवार बहुत कमजोर बनती है। यह मार्बल का वेस्ट होता है और मार्बल नगरी होने के चलते यह वेस्ट काफी कम दाम पर मिल जाता है। इसलिए इसकी चुनाई काफी सस्ती पड़ती है। ऐसे में परिषद के कुछ पार्षद और प्रतिपक्ष नेता अशोक टांक ने इसका विरोध किया। इसके लिए उन्होंने शिकायत दर्जकर। इस पर काम बंद कर दिया गया।
अब खड़ी हैं झाडिय़ां
जब निर्माण कार्य शुरू करवाया गया था तो ठेकेदार द्वारा इसकी साफ-सफाई करवाई गई थी, लेकिन लम्बे समय से काम बंद होने के कारण आज मौके पर झाडियां खड़ी है। जो बाउंड्रीवाल का निर्माण भी हुआ था वह भी आधी गिर गई है।
काम सही नहीं हो रहा था
ठेकेदार जो काम करवा रहा था, वह ठीक नहीं था, इसलिए हमने उसकी शिकायत की थी, जिससे काम बंद हो गया। बाद में अभीतक काम शुरू नहीं किया गया है।
-अशोक टांक, नेता प्रतिपक्ष, नगर परिषद राजसमंद