राजसमंद

नैतिक शिक्षा के अभाव में समाज की बिगड़ती दशा पर किया मंथन

ulsi memory ceremony अणुविभा में तुलसी स्मृति समारोह व चिंतन संगोष्ठी

राजसमंदJun 24, 2019 / 12:21 pm

laxman singh

नैतिक शिक्षा के अभाव में समाज की बिगड़ती दशा पर किया मंथन

प्रमोद भटनागर
राजसमंद. देवस्थान विभाग पूर्व आयुक्त दिनेश कोठारी ने कहा कि आज सभ्य समाज में नैतिक शिक्षा अनिवार्य है। इसे भावी पीढ़ी में विकसित करने का दायित्व परिवार व विद्यालय का है। इस दिशा में अणुव्रत विश्व भारती मनोवैज्ञानिक ढंग से बालकों को संस्कारित करने की एक सुरुचिपूर्ण प्रयोगशाला बन गया है। वे रविवार को अणुव्रत विश्व भारती सभागार में आचार्य तुलसी की जयंती पर आयोजित स्मृति समारोह की चिन्तन संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। समारोह में अणुविभा अध्यक्ष संचय जैन ने अणुविभा द्वारा मूल्य समावेशी शिक्षा के सम्बन्ध में किये जा रहे व्यावहारिक कार्यक्रमों और प्रयोगों की जानकारी दी। संस्था के प्रबंध न्यासी सुरेश कावडिय़ा ने जीवन में नैतिक मूल्यों की आवश्यकता को प्रतिपादित किया। संस्था द्वारा संचालित स्कूल विद ए डिफरेंस के प्रायोजना के मुख्य संयोजक डॉ. राकेश तैलंग ने मूल्य समावेशी शिक्षा और अणुव्रत दर्शन चिन्तन संगोष्ठी के संदर्भ में विचार व्यक्त किए। अध्यक्षता एसआईईआरटी के पूर्व निदेशक डॉ. शरद पुरोहित ने की। इस अवसर पर पूर्व न्यायाधीश बसंतीलाल बाबेल, संस्था मंत्री प्रकाश तातेड़ व वरिष्ठ उपाध्यक्ष अविनाश नाहर ने विचार व्यक्त किए। संचालन महामंत्री राकेश नौलखा ने किया। इस दौरान गणेश कच्छारा, जगजीवन चौरडिय़ा, अशोक डूंगरवाल, तेरापंथ सभाध्यक्ष भीकम कोठारी, लक्ष्मण जैन, दिनेश लोढ़ा, डॉ. नीना कावडिय़ा, डॉ. सीमा कावडिय़ा, डॉ. विमल कावडिय़ा, देवगढ़ के प्रकाश मेहता, आमेट के गणपत डांगी, केलवा के दिनेश कोठारी, नाथद्वारा के कमलेश धाकड़ व नाथद्वारा सभाध्यक्ष कांतिलाल धाकड़ मुम्बई के आनन्द भारती, उधना के अनिल चण्डालिया, जयपुर के प्रभात गांधी आदि मौजूद थे।
 

गांधीजी के आदेर्शों को जीवन में करें आत्मसात

राजसमंद. महात्मा गांधी की 150वीं जयंती वर्ष पर गांधी सेवा सदन में तीन दिवसीय कार्यक्रम रविवार को सद्भावना विषयक संगोष्ठी के साथ सम्पन्न हो गए। गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि गांधीजी के जीवन मूल्य को पढ़कर हर शख्स अपने जीवन में उतारें, जिससे चौतरफा सत्य, अहिंसा, पे्रम की मिसाल कायम हो सकती है। गोष्ठी में जिला परिषद अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी दिनेश सापेला, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी मधूसूदन व्यास, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी शिव कुमार व्यास, पंकज सालवी, पूर्व जिला प्रमुख नारायण सिंह भाटी, डॉ. महेन्द्र कर्णावट, कांगे्रस जिलाध्यक्ष देवकीनन्दन गुर्जर, अधिवक्ता बहादुरसिंह चारण आदि ने गांधीजी के जीवन दर्शन पर विचार व्यक्त किए। इस दौरान कवि नारायणसिंह राव, अब्दुल हमीद, सूर्य प्रकाश दीक्षित, वीणा वैष्णव, हेमेन्द्रसिंह चौहान ने पे्ररक कविताएं पढ़ी। तीन दिवसीय कार्यक्रम में हुई विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत पंकज सालवी ने किया। संचालन दिनेश श्रीमाली ने किया।
देवगढ़. महात्मा गांधी जयंती वर्ष समारोह में रविवार को नगरपालिका सभागार में महात्मा गांधी के दर्शन पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। अध्यक्षता नगरपालिका अध्यक्ष अंजना जोशी ने की। मुख्य वक्ता पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष शंकर सिंह किशनावत एवं कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष नारायण सिंह सोलंकी थे। अतिथि के रूप में विकास अधिकारी दलपत सिंह, मुख्य खंड शिक्षा अधिकारी नारायणलाल जोशी, कांग्रेस नगर अध्यक्ष प्रकाश चंद्र नराणिया, दीपक भारद्वाज एवं शशिकांत जोशी थे। कार्यक्रम में आयोजित प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन दलपत सिंह पंवार ने किया। इस अवसर पर शांतिलाल जैन, बशीर मोहम्मद शेख, मदन सिंह चौहान, प्रदीप पालीवाल, कल्पना शर्मा आदि मौजूद थे।
 
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