सिंचाई विभाग की अनदेखी
राजसमंद झील की जिम्मेदारी सिंचाई विभाग की है, लेकिन विभाग भी अनदेखी भारी पड़ रही है। इसके कारण मत्स्याखेट करने वालों के हौंसले बुलंद है। पुलिस भी एक-दो चक्कर लगाकर इतिश्री कर लेते है, हालांकि पुलिस की ओर से यदाकदा जाल आदि को पकड़ती है, लेकिन झील से मछली चोरी रोकने के स्थाई बंदोबस्त नहीं किए जा रहे हैं।
धार्मिक महत्व के चलते आखेट पर प्रतिबंधित
झील का ऐतिहासिक के साथ धार्मिक महत्व है। झील के पास ही श्रीद्वारिकाधीश का मंदिर है। यहां पर आने वाले मछलियों को दाना डालकर पुण्य कमाते हैं। धार्मिक आस्था के कारण ही सरकार की ओर से मत्स्याखेट का टेण्डर आदि नहीं किया जाता है, इससे प्रशासन को प्रतिवर्ष लाखों रूपए की आय हो सकती है। इसके बावजूद झील से मछली का चोरी-छिपे आखेट से धार्मिक भावनाए भी आहत होती है।
इनका कहना है...
झील में मछलियां पकडऩे वालों के खिलाफ नियमित कार्रवाई की जाती है। झील में नाव आदि उतरी है तो उसे जब्त कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- अशोक टांक, सभापति नगर परिषद
राजसमंद झील में मत्स्याखेट रोकने के लिए टीम बनी हुई है। वह समय-समय पर इसे रोकने के लिए कार्रवाई करती रहती है।
- औंकारलाल बैरवाल, अधिशांसी अभियंता जल संसाधन विभाग
राजसमंद झील की जिम्मेदारी सिंचाई विभाग की है, लेकिन विभाग भी अनदेखी भारी पड़ रही है। इसके कारण मत्स्याखेट करने वालों के हौंसले बुलंद है। पुलिस भी एक-दो चक्कर लगाकर इतिश्री कर लेते है, हालांकि पुलिस की ओर से यदाकदा जाल आदि को पकड़ती है, लेकिन झील से मछली चोरी रोकने के स्थाई बंदोबस्त नहीं किए जा रहे हैं।
धार्मिक महत्व के चलते आखेट पर प्रतिबंधित
झील का ऐतिहासिक के साथ धार्मिक महत्व है। झील के पास ही श्रीद्वारिकाधीश का मंदिर है। यहां पर आने वाले मछलियों को दाना डालकर पुण्य कमाते हैं। धार्मिक आस्था के कारण ही सरकार की ओर से मत्स्याखेट का टेण्डर आदि नहीं किया जाता है, इससे प्रशासन को प्रतिवर्ष लाखों रूपए की आय हो सकती है। इसके बावजूद झील से मछली का चोरी-छिपे आखेट से धार्मिक भावनाए भी आहत होती है।
इनका कहना है...
झील में मछलियां पकडऩे वालों के खिलाफ नियमित कार्रवाई की जाती है। झील में नाव आदि उतरी है तो उसे जब्त कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- अशोक टांक, सभापति नगर परिषद
राजसमंद झील में मत्स्याखेट रोकने के लिए टीम बनी हुई है। वह समय-समय पर इसे रोकने के लिए कार्रवाई करती रहती है।
- औंकारलाल बैरवाल, अधिशांसी अभियंता जल संसाधन विभाग