बारिश से धरती पुत्रों की मेहनत पर फिर रहा पानी, खराबे की आंशका
राजसमंदPublished: Oct 09, 2022 11:36:30 am
- जिले में 95 हजार हेक्टेयर में हुई थी बुवाई, 20 प्रतिशत फसलों की हो चुकी कटाई, बारिश से गुणवत्ता को होगा नुकसान, किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें


राजसमंद के निकटवर्ती ग्राम में कटी फसल
राजसमंद. जिले के काश्तकारों के लिए अब बारिश आफत साबित होने लगी है। स्थिति यह है कि कटाई के बाद फसलें खेतों में पड़ी है तो कहीं पर काटने की तैयारी है। ऐसे में बारिश के कारण उसके क्वालिटी को नुकसान होगा साथ ही तेज बारिश होने की स्थिति में दाने बिखरने के कारण खराबा होने की संभावना बनी हुई है। जिले में अभी तक 20 प्रतिशत फसलों की कटाई हो चुकी है।
जिले में इस बार मानसून की बारिश औसत से कम हुई है, लेकिन छितराई बारिश और समय-समय पर बारिश होने के कारण खेतों में खरीफ भी फसल लहलहा रही है। लेकिन शुक्रवार रात्रि से जिले में बारिश का दौर फिर से शुरू होने के कारण फसलों में नुकसान की आंशका हो गई है। जिले में इस बार 95050 हेक्टेयर में बुवाई हुई थी। अगेती बोई फसलों की वर्तमान में कटाई शुरू हो गई है। वर्तमान में 15 हजार से अधिक हेक्टेयर में फसलों की कटाई का अनुमान है। लेकिन फसलों की कटाई के बाद कई स्थानों पर अभी भी फसलें खेतों में पड़ी है। इसके अलावा अन्य फसलें भी पककर तैयार हो गई है, उनकी भी आगामी दिनों में कटाई की जानी है। ऐसे में बारिश के कारण दाने की क्वालिटी खराब होने की आंशका बनी है। इसके कारण किसान चितिंत नजर आ रहे हैं। फसलों की स्थिति के संबंध में कृषि विभाग के उपनिदेशक के. सी. मेघवंशी से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी। उल्लेखनीय है कि जिले के देलवाड़ा और खमनोर पंचायत समिति क्षेत्र के करीब 5 से 6 हजार हेक्टेयर में पहले ही बारिश के पानी के जलभराव होने के कारण फसलों को नुकसान हो चुका है।