राजसमंद

कांकरोली में श्री द्वारकाधीश मंदिर की सेवा के बंटवारे का वाद लौटाया

– अब सक्षम न्यायालय में होगा पेश

राजसमंदMay 17, 2018 / 10:31 pm

laxman singh

राजसमंद. श्री द्वारकाधीश मंदिर में सेवा का ओसरा तय करने के मामले में सिविल न्यायालय द्वारा वाद को सक्षम न्यायालय में पेश करने के लिए लौटाने के आदेश दिए हैं। जानकारी के अनुसार गोस्वामी पराग कुमार व शिशिर कुमार द्वारा ठाकुरजी की सेवा के अधिकार को लेकर 9 मई को सिविल न्यायालय राजसमंद में वाद दायर किया। इस पर दोनों पक्षों की सुनवाई की न्यायाधीश अनिता शर्मा द्वारा की गई। प्रकरण सक्षम न्यायालय में पेश करने के लिए वाद लौटाने के आदेश दिए। इधर, गोस्वामी पराग कुमार के अधिवक्ता विश्वजीत कर्णावट व वंदना उदावत ने बताया कि सेवा के अधिकार को लेकर वाद दायर किया है। न्यायालय द्वारा प्रकरण अब सक्षम न्यायालय में पेश करने के लिए लौटाने के आदेश जारी किए गए हैं।
यह था मामला
उल्लेखनीय है कि गोस्वामी पराग कुमार व शिशिर कुमार ने 9 मई को राजसमंद सिविल कोर्ट में वाद दायर किया था। इसमें बताया कि 1980 में गोस्वामी ब्रजभूषण लाल के निधन के बाद उनके उत्तराधिकारी तीनों बेटों को सेवा का समान हित व अधिकार है। 16 मई से 13 जून तक होने वाले अधिकमास में मंदिर में कई मनोरथ प्रस्तावित है। वाद में आरोप लगाया है कि अधिकमास के पहले दिनों के मनोरथ ब्रजेश कुमार महाराज के लिए छोड़ दिए हैं। शेष 19 दिन के मनोरथ पराग कुमार व शिशिर कुमार को करने थे, लेकिन पीठाधीश ब्रजेश कुमार ने सभी मनोरथ अकेले कराने की सूची जारी कर दी है। इसलिए दस दस दिन का ओसरा तय किया जाए।
ये आगामी दिनों के मनोरथ
शुक्रवार सुबह राजभोग दर्शन में बंगला और शाम को शयन दर्शन के दौरान गनगौर सवारी का मनोरथ होगा। इसी तरह 19 मई को सुबह राजभोग दर्शन के दौरान बंगला और शाम को शयन दर्शन के दौरान श्रावण भादो झूला का मनोरथ होगा। 20 मई को राजभोग दर्शन के दौरान चीरहरण एवं शयन दर्शन के दौरान जल विहार सांगामाची का मनोरथ होगा।
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