सबसे ज्यादा बिजली के बिल जन स्वास्थ्य अभियांत्रिक विभाग में बकाया है। राजसमंद, आमेट, देवगढ़, भीम, रेलमगरा, लावासरदारगढ़, खमनोर, केलवाड़ा, कुरज, कुंवारिया, मोही आदि जगह की पेयजल परियोजना के बिल नियमित पूरे जमा नहीं हो पा रहे हैं। इस पर विद्युत निगम ने पहले पीएचईडी की पेयजल परियोजनाओं के ही कनेक्शन काटने को प्राथमिकता से लिया जा रहा है। अकेले जन स्वास्थ्य विभाग में 1 करोड़ 6 लाख रुपए बकाया है। इसके अलावा जनता जल योजनाओं में 42.27 लाख के बिल लंबित है। AVVNL ajmer
सरकारी विभाग …. बकाया बिल
केंद्र सरकार के विभाग ….. 20.60 लाख
जलदाय विभाग ….. 106 लाख
जनता जल योजना …. 42.27 लाख
ग्राम पंचायतें …….. 34.35 लाख
प्रशासनिक …….. 7.03 लाख
पुलिस ….. 9.03 लाख
नगर निकाय व अन्य विभाग…. 153.29
विद्युत निगम लेखाधिकारी गजेंद्र चित्तौड़ ने बताया कि आम जनता के साथ नगरय निकाय व सरकारी महकमों में दिसम्बर माह तक 7.02 करोड़ के बिल लंबित है। इस पर डिफॉल्टर को सूचीबद्ध करते हुए उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई के लिए सभी सहायक अभियंताओं को विशेष निर्देश जारी किए हैं। (Electricity burning in government offices & yet in not payment of bill)
शहर- गांव में चाहे आम व्यक्ति हो या सरकारी महकमे। जो भी बिजली का बिल लंबे समय से जमा नहीं करवा रहे हैं, उनके कनेक्शन काटने के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं।
गिरीश पारिख, अधीक्षण अभियंता अजमेर विद्युत वितरण निगम राजसमंद