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Video : तीन घंटे तक कुरज मण्डी में चलती रही गहमा-गहमी

locationराजसमंदPublished: Jun 27, 2020 02:32:43 pm

Submitted by:

Rakesh Gandhi

– विधायक व एसडीएम मौके पर रहे मौजूद

Video : तीन घंटे तक कुरज मण्डी में चलती रही गहमा-गहमी

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राजसमंद. किसानों की गेहूं न खरीदे जाने की लगातार शिकायतों के बाद राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी गुरुवार शाम चार बजे के करीब कुरज कृषि मण्डी पहुंची। वे वहां देर शाम तक सीज करने की कार्यवाही किए जाने तक रहीं। इस संबंध में राजस्थान पत्रिका के साथ बातचीत में विधायक माहेश्वरी ने बताया कि वहां कथित तौर पर करीब 6000 क्विंटल गेहूं की खरीद में गड़बड़ी हुई है।
माहेश्वरी ने बताया, ‘ये मामला 6000 क्विंटल गेहूं का है। एफसीआई के कर्मचारियों ने किसानों को 16 रुपए में बाहर के व्यापारियों को गेहूं बेचने को मजबूर किया, फिर उन्हीं बाहर के व्यापारियों से 19 रुपए में खरीदा है। इसकी जांच होनी चाहिए। हैरानी तो ये है कि जो गेहूं किसानों से खरीदा भी गया है वो तीन रुपए कम देकर खरीद गया है, चाहे वो अच्छे हों या कम चमक वाले। एफसीआई कार्मिकों की अकर्मण्यता देखो कि वे कट्टे नहीं होने का बहाना लगाकर 10, 11, 13, 16 व 17 तारीख के टोकन वालों के गेहूं भी नहीं खरीद रहे हैं। ऐसे में कुछ किसान मजबूर होकर कम दामों पर बाजार में व्यापारियों को बेच रहे हैं। फिर ये ही गेहूं एफसीआई वाले 19 रुपए में खरीद रहे हैं।’
विधायक ने ये भी बताया, ‘वैसे रात को मण्डी चलने व बाहर से व्यापारियों से गेहूं खरीदने की शिकायतें तो पहले से ही आ रही थी। इस पर मैं वहां पहुंची और एसडीएम व तहसीलदार को बुलवाकर जांच करवाई। इस दौरान करीब 6000 क्विंटल गेहूं का गड़बड़ी सामने आ रही है। एफसीआई कार्मिक ने पहले तो सारे रिकॉर्ड छुपा दिए। फिर किसी ने बताया कि कहीं छुपा रखे हैं। इस पर मैं अधिकारियों को लेकर बताए गए स्थान पर पहुंचीं तो वहां सारे रिकॉर्ड मिल गए। प्रशासनिक अधिकारियों ने इन रिकॉर्ड को वहीं मण्डी कार्यालय में सीज कर दिया। हालांकि इससे पहले जब सीज करने की कार्यवाही करने के लिए अधिकारी जाने लगे तो एफसीआई उदयपुर के अधिकारी ने फोन पर कहा कि आप ये रिकॉर्ड नहीं ले सकते व सीज नहीं कर सकते। आप कौन होते हैं सीज करने वाले? फिर मैंने कहा कि मैं करती हूं सील, मेरे खिलाफ एफआइआर करवा देना। आप गड़बड़ी मिलने पर बीच-बचाव क्यों कर रहे हो। आपको तो जांच में मदद करनी चाहिए।’
विधायक ने बताया कि वे इस मामले की जांच हो जाने तक चुप नहीं बैठेगी। उन्होंने इस संबंध में जिला कलक्टर को भी जानकारी दी है और कार्यवाही करने को कहा है, ताकि किसानों को राहत मिल सके। उन्होंने बारदानों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जिला कलक्टर को जयपुर में उच्चाधिकारियों से बात करने को कहा है।

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