जब्त की दो जिप्सियां
रेंजर पुरोहित ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार गत २७ मार्च को क्षेत्र के आरेट की भागल एवं जोंक का दरा से पर्यटकों को बरगला कर रात को अवैध रूप से इको सेंसेटिव जोन में नाइट सफारी के नाम पर भ्रमण कराने के नाम पर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम १९७२ के अन्तर्गत दो जिप्सियों को जब्त किया गया। उन पर एक-एक लाख रुपए जुर्माना लगाया गया है, जो जमा नहीं कराने की पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
रेंजर पुरोहित ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार गत २७ मार्च को क्षेत्र के आरेट की भागल एवं जोंक का दरा से पर्यटकों को बरगला कर रात को अवैध रूप से इको सेंसेटिव जोन में नाइट सफारी के नाम पर भ्रमण कराने के नाम पर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम १९७२ के अन्तर्गत दो जिप्सियों को जब्त किया गया। उन पर एक-एक लाख रुपए जुर्माना लगाया गया है, जो जमा नहीं कराने की पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
इंतजार कराया तो परमिट निलंबित होगा
मुख्य वन संरक्षक ने बताया कि नेशनल पार्क में पर्यटकों की सुविधा एवं सुरक्षा उनका मुख्य दायित्व है, ऐसे में जिप्सी बुकिंग के समय पर्यटकों को टाइम देने के बाद आधे घण्टे से ज्यादा इंतजार कराया तो एक सप्ताह के लिए संबंधित जिप्सी का परमिट निलंबित कर दिया जाएगा। वहीं, विभाग ने यह भी तय कर लिया कि कोई भी जिप्सी चालक पर्यटकों को भ्रमण के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति नहीं कर पाएगा। पर्यटकों को विभाग की ओर से निर्धारित मार्ग पर पूरे ढाई से तीन घण्टे तक जंगल में भ्रमण कराना होगा।
मुख्य वन संरक्षक ने बताया कि नेशनल पार्क में पर्यटकों की सुविधा एवं सुरक्षा उनका मुख्य दायित्व है, ऐसे में जिप्सी बुकिंग के समय पर्यटकों को टाइम देने के बाद आधे घण्टे से ज्यादा इंतजार कराया तो एक सप्ताह के लिए संबंधित जिप्सी का परमिट निलंबित कर दिया जाएगा। वहीं, विभाग ने यह भी तय कर लिया कि कोई भी जिप्सी चालक पर्यटकों को भ्रमण के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति नहीं कर पाएगा। पर्यटकों को विभाग की ओर से निर्धारित मार्ग पर पूरे ढाई से तीन घण्टे तक जंगल में भ्रमण कराना होगा।
सुबह आरेट से, शाम को बिड़ा की भागल से रहेगा प्रवेश
पर्यटकों को पूरे तीन घण्टे वन भ्रमण् ा सुुनिश्चित करने के लिए सुबह से दोपहर तीन बजे तक अभयारण्य में प्रवेश आरेट गेट से एवं निकासी बिड़ा की भागल से कराई जाएगी। वहीं तीन बजे के पश्चात प्रवेश बिड़ा की भागल एवं निकासी आरेट गेट से कराई जाएगी। इससे पर्यटकों को पूरे २२ किमी आकर्षक, सुन्दर एवं अविश्वनीय वनपथ के अलावा वन्यजीवों को देखने का आनन्द मिल सकेगा।
पर्यटकों को पूरे तीन घण्टे वन भ्रमण् ा सुुनिश्चित करने के लिए सुबह से दोपहर तीन बजे तक अभयारण्य में प्रवेश आरेट गेट से एवं निकासी बिड़ा की भागल से कराई जाएगी। वहीं तीन बजे के पश्चात प्रवेश बिड़ा की भागल एवं निकासी आरेट गेट से कराई जाएगी। इससे पर्यटकों को पूरे २२ किमी आकर्षक, सुन्दर एवं अविश्वनीय वनपथ के अलावा वन्यजीवों को देखने का आनन्द मिल सकेगा।
३० फीसदी तक घट गया था राजस्व
वन विभाग के अनुसार नाइट सफारी के अवैध संचालन से अभयारण्य का राजस्व ३० से ४० फीसदी तक घट गया था। इससे उच्चाधिकारियों का ध्यनाकार्षण हुआ और क्षेत्र में अवैध रूप से भ्रमण कराने पर शिकं जा कसा।
वन विभाग के अनुसार नाइट सफारी के अवैध संचालन से अभयारण्य का राजस्व ३० से ४० फीसदी तक घट गया था। इससे उच्चाधिकारियों का ध्यनाकार्षण हुआ और क्षेत्र में अवैध रूप से भ्रमण कराने पर शिकं जा कसा।
शीघ्र होगी ऑनलाइन बुकिंग
वन विभाग ने बताया कि पर्यटकों से अवैध वसूली व उन्हें धोखाधड़ी से बचाने के लिए विभाग की ओर से अतिशीघ्र वनभ्रमण की ऑनलाइन बुङ्क्षकग शुरू की जाएगी। इसके लिए विभाग वेबसाइट बना रहा है।
वन विभाग ने बताया कि पर्यटकों से अवैध वसूली व उन्हें धोखाधड़ी से बचाने के लिए विभाग की ओर से अतिशीघ्र वनभ्रमण की ऑनलाइन बुङ्क्षकग शुरू की जाएगी। इसके लिए विभाग वेबसाइट बना रहा है।