सीआई लाभूराम विश्नोई ने बताया कि गांगाजी का खेड़ा निवासी सरोज देवी पत्नी किशोरसिंह ने दी रिपोर्ट में बताया कि आरोपी बलवीरसिंह ने नेड़ी रोड पर बरतु में भूखण्ड उसे बेचा। कुछ दिन बाद आरोपी उसके पति किशोर सिंह से दस्तावेज कर मारपीट की, जिससे परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी। उसके बाद दर्जनभर आरोपियों ने उसके मकान में घुसकर मारपीट, तोड़ फोड़ करने के बाद घर में आग लगा दी। उक्त प्रकरण की जांच के बाद भीम पुलिस ने पूर्व विधायक हरिसिंह रावत के भाणेज भीलखेड़ा, आमनेर (भीम) निवासी बलवीर सिंह पुत्र लाखनसिंह को 28 जून को ही गिरफ्तार कर लिया, जबकि पूर्व विधायक हरिसिंह का भतीजा नंदावट निवासी मदनसिंह पुत्र फतहसिंह रावत तब से फरार था। मदनसिंह ने हाईकोर्ट में भी जमानत याचिका दायर की, मगर वहां भी खारिज हो गई। तब से भीम पुलिस द्वारा तलाश की जा रही थी और बुधवार को भीम के पास एक होटल में होने की सूचना पर पुलिस पहुंची तो आरोपी होटल एक कमरे में छुप गया, जिसे पुलिस ने घेरकर पकड़ कर थाने ले आए। विधवा के घर में घुसकर मारपीट, तोडफ़ोड़ व आग लगाने के मामले में आधा दर्जन से ज्यादा आरोपी थे, जिसमें से दो की गिरफ्तारी हो गई, जबकि करीब पांच आरोपी अब भी फरार है।
सत्ता बदलने पर कार्रवाई, रही चर्चा
Bhim Police Station में पुलिस द्वारा पूर्व विधायक हरिसिंह रावत के भाणेज के बाद भतीजे की गिरफ्तारी होने से क्षेत्र में सत्ता बदलने के बाद पुलिस की कार्रवाई होने पर काफी चर्चा रही। चर्चा है कि डेढ़ दशक से भीम में हरिसिंह के विधायक रहने से कार्रवाई नहीं हुई और अब कांग्रेस के सुदर्शनसिंह रावत के विधायक बनने से द्वेषता कार्रवाई की जा रही है। ऐसे में भीम पुलिस की इस कार्रवाई को राजनीतिक दखल के नजरिये से भी देखा जा रहा है।
(Former MLA Harisingh Rawat’s nephew arrested for setting house on fire)