चार घंटे संचालित होते केन्द्र
वर्तमान में आंगनबाड़ी केन्द्र सुबह 7 से 11 बजे तक संचालित हो रहे हैं। वर्तमान में सुबह से ही सूर्यदेव के रौद्ध रूप के कारण बिना पंखे कमरे में बैठना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में छोटे बच्चों को चार घंटे केन्द्रों पर बिना पंखे के बैठना पड़ता है। इसके कारण बच्चों को परेशानी होती है और अभिभावक भी बच्चों को केन्द्रों पर भेजने से हिचकिचाते हैं।
गर्म पोषाहार का वितरण नहीं हुआ शुरू
कोरोना के कारण पिछले दो साल से बंद आंगनबाड़ी केन्द्र एक अप्रेल से शुरू हो गए हैं। केन्द्रों पर आने वाले बच्चों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। विभाग की ओर से कोरोना काल से ही सूखा पोषाहार उपलब्ध कराया जा रहा है। ऐसे में अभी तक बच्चों को गर्म पोषाहार शुरू नहीं किया गया है। पोषाहार में दलिया, खिचड़ी और दाल आदि दी जाती है। गर्म पोषाहार के अभाव में बच्चों को घर से टिफिन लाना पड़ता है।
फैक्ट फाइल
- 1167 जिले में आंगनबाड़ी केन्द्र
- 940 विभागीय केन्द्रों में संचालित
- 650 केन्द्रों पर बिजली का कनेशन नहीं
बिजली कनेक्शन का करेंगे प्रयास
केन्द्रों पर बिजली कनेक्शन के लिए भामाशाहों को प्रेरित किया जाएगा। इसके लिए विद्युत वितरण निगम के अधिकारियों से भी बातचीत की जाएगी। प्रदेश में 50 यूनिट सरकार की ओर से फ्री किए जाने से अब कनेक्शन हो सकते हैं।
- एन. एल. मेघवाल, उप निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग
वर्तमान में आंगनबाड़ी केन्द्र सुबह 7 से 11 बजे तक संचालित हो रहे हैं। वर्तमान में सुबह से ही सूर्यदेव के रौद्ध रूप के कारण बिना पंखे कमरे में बैठना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में छोटे बच्चों को चार घंटे केन्द्रों पर बिना पंखे के बैठना पड़ता है। इसके कारण बच्चों को परेशानी होती है और अभिभावक भी बच्चों को केन्द्रों पर भेजने से हिचकिचाते हैं।
गर्म पोषाहार का वितरण नहीं हुआ शुरू
कोरोना के कारण पिछले दो साल से बंद आंगनबाड़ी केन्द्र एक अप्रेल से शुरू हो गए हैं। केन्द्रों पर आने वाले बच्चों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। विभाग की ओर से कोरोना काल से ही सूखा पोषाहार उपलब्ध कराया जा रहा है। ऐसे में अभी तक बच्चों को गर्म पोषाहार शुरू नहीं किया गया है। पोषाहार में दलिया, खिचड़ी और दाल आदि दी जाती है। गर्म पोषाहार के अभाव में बच्चों को घर से टिफिन लाना पड़ता है।
फैक्ट फाइल
- 1167 जिले में आंगनबाड़ी केन्द्र
- 940 विभागीय केन्द्रों में संचालित
- 650 केन्द्रों पर बिजली का कनेशन नहीं
बिजली कनेक्शन का करेंगे प्रयास
केन्द्रों पर बिजली कनेक्शन के लिए भामाशाहों को प्रेरित किया जाएगा। इसके लिए विद्युत वितरण निगम के अधिकारियों से भी बातचीत की जाएगी। प्रदेश में 50 यूनिट सरकार की ओर से फ्री किए जाने से अब कनेक्शन हो सकते हैं।
- एन. एल. मेघवाल, उप निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग