scriptGram Panchayat's pasture land spewing out 'gold' in the form of fruits | ग्राम पंचायत की चारागाह भूमि उगल रही फल-सब्जियों के रूप में ‘सोना’ | Patrika News

ग्राम पंचायत की चारागाह भूमि उगल रही फल-सब्जियों के रूप में ‘सोना’

locationराजसमंदPublished: Jul 15, 2023 11:33:39 am

Submitted by:

himanshu dhawal

- निकटवर्ती पीपली आचार्यान में 27 बीघा जमीन में उगाई फल और सब्जियां, पंचफल उद्यान नर्सरी में हजारों पौधे, 1.25 लाख से अधिक फल सब्जी बेचे, अब तक विभिन्न मद से 60 लाख खर्च, अब बनेगा हॉल और अन्य सुविधाएं

ग्राम पंचायत की चारागाह भूमि उगल रही फल-सब्जियों के रूप में ‘सोना’
ग्राम पंचायत की चारागाह भूमि उगल रही फल-सब्जियों के रूप में ‘सोना’
हिमांशु धवल @ राजसमंद.. जिले की पीपली आचार्यान ग्राम पंचायत की चारागाह भूमि में बनी पंचफल उद्यान नर्सरी सोना उगलने लगी है। यह बात सुनने में अजीब लगेगी, लेकिन यह सत्य है। यहां पर उगे फल और सब्जियों की बिक्री से ग्राम पंचायत की आय होने लगी है। आगामी दिनों में यह आय और बढऩे की उम्मीद है।
पीपली आचार्यान ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच मनोहर लाल कीर ने बताया कि कोरोना के बाद चरागाह भूमि को विकसित कर पंचफल नर्सरी बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया। लोगों को शुद्ध आर्गेनिक फल और सब्जियां उपलब्ध कराकर आय को बढ़ाना था। इसके तहत 27 बीघा भूमि की तारबंदी कराई गई। इसके पश्चात जिला परिषद, पंचायत समिति और ग्राम पंचायत की ओर से करीब 60 लाख रुपए की लागत से नर्सरी तैयार की गई। इसमें पहाडिय़ों को काटना, फेसिंग, सोलर लगाने, कुएं की खुदाई, मिट्टी भी भराई और फल-सब्जियों के पौधे लगाए गए। वर्तमान में इसमें चार हजार से अधिक फल-सब्जियों के पौधे लगाए गए। इसमें अब फल भी आने लगे हैं। यहां पर लगे गन्ने, फल और सब्जियों की मंडी में बिक्री की जाती है। इससे ग्राम पंचायत को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
Copyright © 2023 Patrika Group. All Rights Reserved.