इसलिये जल्द से जल्द 30 अप्रेल से पहले वंचित परिवार योजना में रजिस्ट्रेशन करवा लें। वही जिन परिवारों ने 850 रुपए देकर योजना में पहले रजिस्ट्रेशन करवाया था वे भी 30 अप्रेल से पहले नजदीकी ई-मित्र पर जाकर पॉलिसी को रिन्यू करवा ले। जिससे उनको नि:शुल्क उपचार की सेवाएं प्राप्त करने में किसी प्रकार की कोई समस्या नही हो।
डॉ. शर्मा ने बताया की राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम में पात्र परिवारों, सामाजिक एवं जाति आधारित जनगणना 2011 के अलावा लघु सिमांत किसान, संविदाकर्मी, कोविड असहायो को भी पुन: पॉलिसी का रिन्यू करवाना होगा। इनसे किसी प्रकार की प्रीमियम राशि नही ली जाएगी, इनकी पूरी प्रीमियम राशि राज्य सरकार वहन करेगी।
उन्होंने बताया की योजना के तहत पूर्व में 1572 चिन्हित पैकेज के लिए उपचार प्रदान किया जा रहा था जिसको बढ़ाकर 1633 पैकेज कर दिए गए हैं। पैकेज में किडनी ट्रांसप्लांट, लिवर ट्रांसप्लांट, हार्ट ट्रांसप्लांट, बोरमेरो ट्रांसप्लांट, कोकलिअर ट्रांसप्लांट जैसे विभिन्न ऑर्गन टांसप्लांट एवं ब्लड, प्लाज्मा एवं प्लेटलेट्स ट्रांसफ्यूजन जैसे नए पैकेज भी जोड़े गए हैं।
केन्द्रीय टी.बी अनुभाग की टीम के संयुक्त निदेशक डॉ. रघुराम राव के नेतृत्व में जिले का दौरा कर जिले में संचालित टी.बी उन्मूलन हेतु गतिविधियों की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने जिले में निजी मेडिकल कॉलेज अनंता टीबी के तहत जारी गतिविधियों को लेकर अवलोकन किया। इसके बाद उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र देलवाड़ा में टी.बी डीएमसी लेब का भी निरीक्षण किया। जिला क्षय निवारण केन्द्र में सीएमएचओ डॉ. प्रकाश चन्द्र शर्मा ने टीम का स्वागत किया। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. हेमंत बिन्दल ने प्रजेन्टेशन के माध्यम से जिले भर में संचालित गतिविधियों एवं अब तक की प्रगति से अवगत करवाया। इस दौरान सेंट्रल टीबी डीवीजन से डॉ. नीरज, डब्लूएचओ से डॉ. विवेक एवं आशुतोष शर्मा एवं डॉ रामनिवास जाट उपस्थित थे।