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ILLEGAL SAND MINING : खेत से खोद ले गए हजारों टन बजरी : जांच दल पहुंचा तो मिली 15 फीट गहरी खान Videos

locationराजसमंदPublished: Jun 25, 2019 01:24:29 pm

Submitted by:

laxman singh

पीपली आचार्यान क्षेत्र में खुलेआम बजरी खनन
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ILLEGAL SAND MINING : खेत से खोद ले गए हजारों टन बजरी, प्रशासन मौन : जांच दल पहुंचा तो मिली 15 फीट गहरी खान

लक्ष्मणसिंह राठौड़ @ राजसमंद

बनास नदी किनारे पीपली आचार्यान में पांच बीघा खेत से कतिपय माफिया हजारों टन बजरी खोद ले गए। सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना के सख्त निर्देश के बाद पुलिस, खान व प्रशासन की संयुक्त टीम सोमवार को पीपली आचार्यान पहुंची, तो नदी किनारे दस से पन्द्रह फीट गहरी खदान मिली। दल मौके पर पहुंचा, तब कोई खनन करते नहीं मिले, मगर रात में बजरी खनन होने के प्रमाण मिले। फिर भी निगरानी के लिए पुलिस, प्रशासन व खान विभाग द्वारा कोई प्रबंध नहीं किए गए। (illegal sand mining)
पीपली आचार्यान में हीरा पुत्र काना भील द्वारा बनास नदी किनारे उसके कब्जे व खातेदारी खेत से बजरी खनन की शिकायत दर्ज कराई। इस पर खान एवं भू विज्ञान विभाग के कनिष्ठ खनि अभियंता गजेन्द्र बड़ेतिया, कांकरोली थाने के हैड कांस्टेबल प्रभुलाल व पीपली आचार्यान पटवारी केसुलाल गुर्जर मौके पर पहुंचे, तो 15 से बीस फीट गहरी बजरी की खान मिली। जेसीबी से खनन व ट्रेक्टरों के परिवहन करने को लेकर टायर के निशान मिले। खेत से करीब पन्द्रह फीट तक गहराई से खुदाई कर रेत निकाली गई। हालांकि मौके पर खनन करते कोई नहीं मिला, मगर रात के वक्त बजरी खनन होने का खुलासा हो गया। मौके पर पटवारी द्वारा राजस्व रिकॉर्ड की जांच करने पर खेत बनास नदी के दायरे में ही दर्ज होना पाया गया, जिस पर हीरा भील का वर्षों से कब्जा है, मगर खातेदारी रिकॉर्ड में दर्ज नहीं होना पाया। फिर भी बनास नदी पेटे से हो रहे अवैध बजरी खनन की भौतिक रिपोर्ट तैयार कर ली, जिसे जिला कलक्टर अरविंद कुमार पोसवाल को पे्रषित की जाएगी।
जांच दल के लौटते ही शुरू हो गया खनन
बनास नदी किनारे पीपली आचार्यान में बजरी खनन की जांच करने पहुंचे पुलिस, प्रशासन व खान विभाग के दल के वापस लौटते ही सोमवार दोपहर बजरी खनन शुरू हो गया। उसके पास दर्जनभर से ज्यादा श्रमिक बजरी ट्रेक्टरों में भरने लग गए। इस तरह पुलिस, प्रशासन व खान विभाग के अधिकारियों के मौके पर पहुंचने की रेत माफिया को पहले ही सूचना मिल जाती है, जो उनके मौके पर पहुंचने से पहले ही चले जाते हैं। इस कारण न तो बजरी खनन माफिया पकड़ में आ रहे हैं और न ही प्रशासन द्वारा ठोस कार्रवाई के प्रयास किए जा रहे हैं।
सहकारिता मंत्री से की थी शिकायत
पीपली आचार्यान निवासी हीरा पुत्र काना भील के करीब पांच बीघा खेत से कतिपय खनन माफिया जबरन बजरी खोद कर ले जा रहे हैं। खातेदारी खेत से डरा, धमका कर बजरी खनन की पीडि़त ने कांकरोली थाने में शिकायत की, मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। इससे आहत हीरा भील ने कलक्टर अरविंद कुमार पोसवाल व एसपी भुवन भूषण यादव को शिकायत की। पीडि़त ने पीपली आचार्यान के सुरेश जोशी पर बीस से पच्चीस श्रमिक लगाकर बजरी दोहन करवाने का आरोप लगाया। उसके खेत से बजरी खनन का विरोध करने पर आरोपियों द्वारा उसे जातिगत गाली गलोच करते हुए जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप है। फिर भी सुनवाई नहीं होने पर सहकारिता मंत्री से शिकायत की, तो मंत्री ने कलक्टर व एसपी को जांच करवाकर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। फिर भी तीन दिन तक कोई नुमाइंदा मौके पर पहुंचा, जिससे खुलेआम बजरी खनन हो रहा है।
मौके पर बजरी खनन मिला
हीरा भील के परिवाद पर बनास नदी किनारे खेत की जांच करने पहुंचे, तो बजरी खोद कर ले जाने के खड्डे मिले, मगर मौके पर न तो बजरी खाते कोई मिला और न ही ले जाते हुए। उक्त जमीन खातेदारी नहीं है।
केसुलाल गुर्जर, पटवारी पीपली आचार्यान
भौतिक रिपोर्ट पे्रषित कर दी
पीपली आचार्यान में तय जगह पर बजरी खोद कर ले जाने का खड्डा मिला। मौका निरीक्षण के वक्त कोई भी बजरी खनन, परिवहन करते नहीं मिला। पुलिस, पटवारी के साथ बनास नदी किनारे बजरी खनन की भौतिक रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को पे्रषित कर दी।
गजेन्द्र बड़ेतिया, कनिष्ठ खनि अभियंता खान एवं भू विज्ञान विभाग राजसमंद
दशकों से कर रहा हूं खेती
बनास नदी किनारे पांच बीघा खेत में वर्षों से मेरा कब्जा व खातेदारी है। राजस्व विभाग की रसीदें भी है। फिर भी कतिपय व्यक्ति द्वारा मेरे खेत से बजरी खनन किया जा रहा है। कांकरोली थाने व खान विभाग में कई बार शिकायत कर दी, मगर सुनवाई नहीं हुई। खेत अब 15 फीट गहरी बजरी की खान बन गई है। पुलिस, प्रशासन व खान विभाग की मिलीभगत से बजरी का खनन हो रहा है।
हीरा भील, खेत कब्जेदार पीपली आचार्यान
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