इस दौरान सप्ताह भर शहरों व गांवों में प्रदर्शनियां व विविध गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इसके तहत जिला कलक्टर 8 अगस्त को ई-रात्रि चौपाल के जरिए अपने जिलों के सरपंचों से इस विषय पर चर्चा करेंगे। नौ अगस्त को गांव के मुखिया व सरपंचों के नेतृत्व में सिंगल यूज प्लास्टिक अभियान, 10 अगस्त को सभी पंचायतों में श्रमदान के जरिए सरकारी भवनों की सफाई व सफेदी-रंगरोगन, 11 अगस्त को स्वच्छता को जन-आंदोलन का रूप देने के लिए गांवों में उचित स्थानों पर दीवारों पर चित्रकारी, 12 अगस्त को ग्रामीण क्षेत्रों में श्रमदान व पौधारोपण, 13 अगस्त को ‘गंदगी मुक्त मेरा गांव’ विषय पर स्कूली स्तर पर कक्षा 6 से 8 व कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन पेंटिंग प्रतियोगिता तथा 14 अगस्त को सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों की साफ-सफाई होगी। अभियान के अंतिम दिन 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर आम सभा में ‘खुले में शौच मुक्त गांव’ की घोषणा की जाएगी। इस पूरे अभियान के दौरान कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए सभी जरूरी निर्देशों की पालना सुनिश्चित करने को कहा गया है, जिसमें निर्धारित संख्या, मास्क की अनिवार्यता व सेनेटाइजर का उपयोग शामिल है।
केन्द्र सरकार 8 अगस्त को ये नवाचार करने जा रही है, लेकिन राज्य सरकार ने केन्द्र के 30 जुलाई के पत्र पर अभी तक सक्रियता नहीं दिखाई है। पूरे प्रदेश में अभी तक इस तरह के कोई निर्देश जारी नही हुए हैं। संभवत: बाड़ाबंदी के चलते राज्य सरकार ने इस अनूठे अभियान को अनदेखा किया हो। पर ये पूरे देश में चलना है, ऐसे में राज्य सरकार इस अभियान से किनारा कर ले, ऐसा नहीं लगता।