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सूख कर मैदान बन चुका था लाखेला, अब लबालब हुआ और छलका खुशियों तालाब

locationराजसमंदPublished: Sep 06, 2019 12:57:37 pm

Submitted by:

laxman singh

Kelwara ka Lakhela pond chhalaka दो साल बाद छलका तालाब तो बढ़ी सैलानियों की रौनक

Kelwara ka Lakhela pond chhalaka

सूख कर मैदान बन चुका था लाखेला, अब लबालब हुआ और छलका खुशियों तालाब

प्रमोद भटनागर

Kelwara ka Lakhela pond chhalaka

राजसमंद/कुंभलगढ़. केलवाड़ा क्षेत्र का पेयजल, सिंचाई और पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण लाखेला तालाब पिछले वर्ष पर्याप्त पानी नहीं आने से इस वर्ष गर्मियों में सूखकर मैदान में बदल गया था। ऐसे में लोगों को चिंता के साथ ही इस बारिश के मौसम में इसमें पर्याप्त पानी आने की उम्मीदें भी थी। ऐसे में देर से ही सही आखिर लोगों की उम्मीदें पूरी हुई और 52 फीट गहरा लाखेला तालाब आखिर 4 सितंबर को लबालब हुआ और इसी रात को इसके छलकने के साथ ही क्षेत्र के लोगों की खुशियों का पैमाना भी छलक पड़ा है। लाखेला में पर्याप्त पानी आने के साथ ही यहां सैलानियों की रौनक भी एकाएक बढ़ गई है।
Kelwara ka Lakhela pond chhalaka

नीमझर बांध छलका, झील में कम हुई पानी की आवक
राजसमन्द. जिले के कई इलाकों में गुरुवार को भी कहीं रिमझिम, कहीं तेज बारिश का दौर जारी रहा। लसानी क्षेत्र में गत कई दिनों से हो रही बारिश के कारण नीमझर बांध छलक गया। इधर चारभुजा क्षेत्र में बारिश नहीं होने से गोमती नदी का वेग कम हो गया है। गुरुवार को छापरखेड़ी पुलिया पर करीब दो इंच की चादर चली। झील का जलस्तर अब ९ फीट के करीब पहुंच रहा है। शहर में दिनभर रिमझिम बारिश का दौर चला, दोपहर को एक बजे, शाम को साढ़े पांच बजे दस-दस मिनट तेज बारिश हुई। जिला कलक्ट्रेट में स्थापित आपदा नियंत्रण कक्ष के अनुसार गुरुवार प्रात: 8 बजे समाप्त 24 घण्टों में औसत 9.28 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई। राजसमन्द 12 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। आमेट में 10, भीम में 2, देवगढ़ में 12, केलवाड़ा में 4, नाथद्वारा में 14, रेलमगरा में 11 एमएम बारिश हुई। जिले में 1 जून से अब तक औसत 758 मिलीमीटर बारिश दर्ज की
लसानी. क्षेत्र में हुई झमाझम बारिश से नीमझर बांध छलक गया। बांध को छलकता देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ उमड़ी। बांध की भराव क्षमता २२ फीट है। क्षेत्र में लगातार हो रही अच्छी बारिश से सोपरी बांध, राघव सागर, मानसरोवर, कालाभाटा बांध पहले ही लबालब होकर छलक चुके है। ऐसा बहुत सालों बाद हुआ है जब क्षेत्र के सभी बांध छलके हैं। इधर खारी नदी भी पूरे वेग से बह से रही है। Kelwara ka Lakhela pond chhalaka
लगातार बारिश से नुकसान भी, पेमाखेड़ा में गिरा मकान
कुंवारिया. समीपवर्ती गोगाथला ग्राम पंचायत क्षेत्र के पेमाखेड़ा गांव में वर्षा के दौरान एक बेसहारा महिला का आशियाना धराशाही हो गया। पेमाखेडा गांव के पीपल चौक में रहने वाली दोलीबाई (५५) पत्नी स्व. मांगीलाल भील का कच्चा आशियाना बुधवार को वर्षा के दौरान गिर गया। ग्रामीण रतनलाल अहीर, पूर्व पंचायत समिति सदस्य कमलादेवी अहीर, पूर्व सरपंच सत्यनारायण अहीर, नरेन्द्रसिंह, बहादुर सिंह, बालमुकन्द पारीक आदि ने बताया कि महिला अकेली ही रहती है, वर्षा में उसका घर ढह जाने से अब वह बेघर हो गई। ग्रामीणों ने प्रशासन से महिला की त्वरित सहायता की मांग की है। गोगाथला सरपंच माधव लाल भील ने बताया कि महिला के मकान के बारे में मौकापर्चा बनाकर सहायता के लिए उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा।

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