आखिर ऐसा क्या हुआ कि अस्पताल पहुंची महिला की डॉक्टर नहीं कर रहे थे नसबंदी
राजसमंदPublished: May 04, 2019 01:05:41 pm
बाद में पत्रिका की सूचना पर हरकत में आया चिकित्सा विभाग
आखिर ऐसा क्या हुआ कि अस्पताल पहुंची महिला की डॉक्टर नहीं कर रहे थे नसबंदी
प्रमोद भटनागर
खमनोर. कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर शिविर में नसबंदी करवाने पहुंची महिला सुबह से इंतजार करती रही, लेकिन चिकित्सक नहीं पहुंचे। इसके बाद जब वह घर जाने लगी तो राजस्थान पत्रिका प्रतिनिधि द्वारा परिवार कल्याण जिला अधिकारी से बात की, जिसके बाद जिला मुख्यालय से डॉक्टर को खमनोर भेजा गया।
नसबन्दी कार्यक्रम के अंतर्गत महीने के प्रत्येक शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खमनोर पर शिविर आयोजित किया जाता है। इसके तहत कुंडाल का गुड़ा लोसिंग से लीला कुंवर खमनोर अस्पताल में नसबंदी करवाने पहुंची थी। महिला ने सुबह करीब साढ़े नौ बजे भर्ती होकर सारी जांच आदि करवा ली। नसबन्दी के लिए जरूरी इंजेक्शन भी लगवा लिया था। लेकिन, नसबन्दी के लिए कोई सर्जन नहीं आया तो वह बिना कुछ खाये पिये इंतजार करती रही। इसके बाद अस्पताल में मौजूद स्टाफ ने करीब दो बजे कहा कि आपको आरके हॉस्पिटल राजसमंद जाना पड़ेगा। इस पर महिला ने नसबन्दी करवाने से मना करते हुए घर जाने के निकल गई। सूचना पर पत्रिका प्रतिनिधि द्वारा जब जिला अधिकारी को फोन कर मामले की जानकारी दी तो उन्होंने सर्जन को जल्द भेजने की बात कही। इसके बाद महिला को हॉस्पिटल के बाहर से वापस बुलाया गया। बाद में अपरान्ह करीब तीन बजे सर्जन के पहुंचने पर नसबन्दी की गई।
पहले भी हो चुकी लापरवाही
नसबन्दी शिविर के दौरान खमनोर अस्पताल में पहले भी डॉक्टर के नहीं पहुचने से नसबन्दी करवाने पहुंची महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ा था। पूर्व गत 21 दिसम्बर 2018 को नसबन्दी करवाने पहुंची बारह महिलाओं को सुबह से भूखे-प्यासे डॉक्टर का इंतजार करना पड़ा था। बार-बार अधिकारियों को सूचना करने पर रात को डॉक्टस ने आकर नसबन्दी ऑपरेशन किये थे।
वर्कशॉप में व्यस्त थे सर्जन
सर्जन डॉक्टर के वर्कशॉप में व्यस्त होने से ये समस्या हुई। सूचना के बाद मैंने तुरन्त चिकित्सक को रवाना कर दिया था।
मिट्ठालाल मीणा, कार्यक्रम अधिकारी, जिला परिवार कल्याण कार्यक्रम, राजसमंद।