भ्रष्ट्राचार निरोधक ब्यूरो उदयपुर की विशेष टीम ने मंगलवार देर रात खमनोर थाना प्रभारी महेश चंद्र मीणा को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। यह रिश्वत की राशि बजरी से भरा डम्पर नहीं पकडऩे की एवज में मासिक बंधी मांगी थी।
एसीबी उदयपुर एएसपी सुरेन्द्रसिंह भाटी ने बताया कि खमनोर थाना प्रभारी द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत आई। इस पर 5 जून को सत्यापन कराया गया, जिसमें शिकायत सही पाई गई। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा ट्रेप की व्यू रचना तैयार की। इस पर परिवादी मंगलवार रात आठ बजे खमनोर थाने पहुंचा, जहां थाना प्रभारी मीणा ने बीस हजार रुपए की राशि ले ली। परिवादी का इशारा पाते ही भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की स्पेशल टीम उदयपुर ने दबिश देकर थाना प्रभारी को पकड़ लिया। राशि बरामद करने के बाद हाथ धुलवाए, तो रंग उभर आया। इस पर एसीबी दल ने थाना प्रभारी को गिरफ्तार कर लिया।
एसीबी उदयपुर एएसपी सुरेन्द्रसिंह भाटी ने बताया कि खमनोर थाना प्रभारी द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत आई। इस पर 5 जून को सत्यापन कराया गया, जिसमें शिकायत सही पाई गई। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा ट्रेप की व्यू रचना तैयार की। इस पर परिवादी मंगलवार रात आठ बजे खमनोर थाने पहुंचा, जहां थाना प्रभारी मीणा ने बीस हजार रुपए की राशि ले ली। परिवादी का इशारा पाते ही भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की स्पेशल टीम उदयपुर ने दबिश देकर थाना प्रभारी को पकड़ लिया। राशि बरामद करने के बाद हाथ धुलवाए, तो रंग उभर आया। इस पर एसीबी दल ने थाना प्रभारी को गिरफ्तार कर लिया।
कांस्टेबल से थानेदार तक राजसमंद में ही नौकरी
थाना प्रभारी महेश चंद्र मीणा वर्ष 1995 में कांस्टेबल के पद पर राजसमंद में ज्वाइन किया। 24 वर्ष की नौकरी में हैड कांस्टेबल, सहायक उप निरीक्षक एवं उप निरीक्षक तक की पदोन्नति और नौकरी राजसमंद जिले में ही रही। थाना प्रभारी के रूप में खमनोर थाने की चौथी पोस्टिंग है।
थाना प्रभारी महेश चंद्र मीणा वर्ष 1995 में कांस्टेबल के पद पर राजसमंद में ज्वाइन किया। 24 वर्ष की नौकरी में हैड कांस्टेबल, सहायक उप निरीक्षक एवं उप निरीक्षक तक की पदोन्नति और नौकरी राजसमंद जिले में ही रही। थाना प्रभारी के रूप में खमनोर थाने की चौथी पोस्टिंग है।