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कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व प्रोजेक्ट कहीं चले न जाए ठंडे बस्ते में !

locationराजसमंदPublished: Jan 31, 2023 11:20:38 am

Submitted by:

himanshu dhawal

- टाइगर रिजर्व के लिए प्री-बेस सर्वे के बाद से नहीं कोई हलचल, - वन विभाग के अधिकारी और जनप्रतिनिधियों ने साधी चुप्पी

कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व प्रोजेक्ट कहीं चले न जाए ठंडे बस्ते में !
कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व प्रोजेक्ट कहीं चले न जाए ठंडे बस्ते में !
हिमांशु धवल@ राजसमंद. कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व बनाने के लिए जोर-शोर से तैयारियां शुरू हुई थी। यहां पर 2025 में टाइगर लाए जाना प्रस्तावित है, गत वर्ष हुए प्रे-बेस सर्वे के बाद से मामला ठंडे बस्ते में जाता दिखाई दे रहा है। सरकार की ओर से इसके लिए इसके लिए अलग से बजट आदि भी जारी नहीं किया गया है।
कुंभलगढ़ नेशनल पार्क को एनसीटीए की टीम ने भी टाइगर के लिए मुफीद माना है। इस दौरान टीम ने यहां पर ग्रासलैंड एरिया और वन्यजीवों की संख्या बढ़ाने की बात कही थी। इसके बाद वन्यजीवों की वास्तविक स्थिति जानने के लिए प्रे-बेस सर्वे कराया गया। इसके बाद से इस मामले में चुप्पी छाई है। कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व की तैयारी के लिए भी सरकार की ओर से किसी प्रकार का अलग से बजट आदि भी जारी नहीं किया गया है। हालांकि वन विभाग के अधिकारी अपने पर स्तर पर होने वाली तैयारी की बात कह रहे हैं। उल्लेखनीय है कि जिले में करीब 50 वर्ष पहले यहां पर टाइगर पाए जाते थे। इसके बाद शिकार के चलते विलुप्त हो गए।
सरकार के स्तर पर यह होने चाहिए काम
- उदयपुर, सिरोही और पाली की वन भूमि को स्थानान्तरित करना
- कुंभलगढ़ रिजर्व के एरिया कम है उसे बढ़ाने के लिए खातेदारी जमीनों का अधिग्रहण
- कुंभलगढ़ टाइगर रिर्जव के लिए अलग से बजट आवंटन की आवश्यकता
- टाइगर के भोजन योग्य वन्यजीवों की संख्या बढ़ाने की दिशा में काम होना चाहिए
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