जिला मुख्यालय के जलचक्की के पास एक मात्र ट्रेफिक लाइट लगी हुई है। यह पिछले डेढ़ साल से बंद थी, जिसे गत माह ही प्रारंभ किया गया था। यह ट्रेफिक लाइट बमुश्किल एक माह भी नहीं जली और पिछले दिनों तकनीकी खामी के कारण बंद हो गई। हालांकि यातायात पुलिस की ओर से नगर परिषद को इस संबंध में अवगत कराया गया। वहां से कर्मचारी आए भी, लेकिन यह दुरुस्त नहीं हो सकी। ऐसे में अब पिछले ५-७ दिनों से ट्रेफिक लाइटें बंद पड़ी है। यहां पर तैनात यातायात पुलिसकर्मी भी ट्रेफिक का संचालन नहीं कर रहे हैं। ऐसे में यहां से सरपट वाहन दौड़ रहे हैं। उल्लेखनीय है कि जिला मुख्यालय के होने के बावजूद एक ट्रेफिक लाइट है यह भी सही तरह से संचालित नहीं होती है।
पुलिसकर्मी रहते मुस्तैद
यातायात पुलिसकर्मी मुख्यमार्ग पर दिनभर तैनात रहते हैं, लेकिन ट्रेफिक लाइटें आदि का संचालन नहीं होने के कारण ट्रेफिक नियमों की पालना नहीं करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी नहीं कर पाते हैं। इसके कारण वाहन चालकों के हौसले बुलंद है।
पुलिसकर्मी रहते मुस्तैद
यातायात पुलिसकर्मी मुख्यमार्ग पर दिनभर तैनात रहते हैं, लेकिन ट्रेफिक लाइटें आदि का संचालन नहीं होने के कारण ट्रेफिक नियमों की पालना नहीं करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी नहीं कर पाते हैं। इसके कारण वाहन चालकों के हौसले बुलंद है।
वाहनों एवं ठेलों को हटवाते रहते हैं
मुख्य मार्गों पर ठेलों की भरमार है। कुछ ठेले रोड पर ही खड़े हो जाते हैं, इससे यातायात बाधित होता है। इसके कारण चौराहों पर तैनात पुलिसकर्मी रोड पर खड़े ठेलों आदि को हटवाते रहते हैं। रोड पर वाहनों को पार्क करने वालों के खिलाफ समय-समय पर कार्रवाई करते रहते हैं।
मुख्य मार्गों पर ठेलों की भरमार है। कुछ ठेले रोड पर ही खड़े हो जाते हैं, इससे यातायात बाधित होता है। इसके कारण चौराहों पर तैनात पुलिसकर्मी रोड पर खड़े ठेलों आदि को हटवाते रहते हैं। रोड पर वाहनों को पार्क करने वालों के खिलाफ समय-समय पर कार्रवाई करते रहते हैं।