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बजरी खनन में अब माफिया ने इजाद की जुगाड़ मशीन

locationराजसमंदPublished: Jun 17, 2019 12:09:22 pm

Submitted by:

laxman singh

अभियान : वजूद खोती बनास, किसान होता उदास ट्रैक्टर के आगे एस्केवेटरनुमा उपकरण से खनन और दोहन दोनोंकुछ ही समय में रेती से भर जाते हैं एक साथ आठ से दस ट्रैक्टर

Mafia now has a Jugaad machine in gravel mining.

बजरी खनन में अब माफिया ने इजाद की जुगाड़ मशीन

प्रमोद भटनागर/गिरिश व्यास

रेलमगरा. बनास नदी किनारे स्थित भीलवाड़ा जिले के गांवों में बजरी के खुलेआम किए जा रहे अवैध दोहन में अब मजदूरों के दिन लग गए हैं। अब रेत माफिया कम समय में ज्यादा बजरी के दोहन और परिवहन को लेकर अपनी जुगाड़ मशीन भी इजाद कर चुका है।
जिले की सीमा सटे भीलवाड़ा जिले के गुमानजी का खेड़ा, माझावास, सुरावास, लक्ष्मीपुरा सहित कई गांवों के ट्रैक्टर नदी पेटे से अवैध रूप से बजरी खनन में पूर्व में दर्जनों की संख्या में मजदूरों को लेकर नदी में उतरा करते थे। मजदूरों से ट्रैक्टर में रेती भरने के दौरान एक ट्रैक्टर ट्रोली को भरने में भी काफी समय लग जाता था। इस बीच सुप्रीम कोर्ट की बजरी खनन पर रोक के बाद पुलिस और प्रशासन का दबाव बढऩे लगा तो बजरी माफिया के समक्ष बड़ी मात्रा में बजरी के चोरी-छुपे खनन को लेकर दिक्कतें बढऩे लगी। इसको देखते हुए इन गांवों के बजरी दलालों ने ट्रैक्टर के आगे एस्केवेटरनुमा मशीन को तैयार कर लिया। पत्रिका द्वारा इसको लेकर की गई पड़ताल में सामने आया कि इस मशीन के उपयोग से बजरी माफिया को काफी फायदा हुआ है। इसके तहत अब उन्हें बजरी के खनन के लिए दर्जनों की संख्या में मजदूर नहीं लाने पड़ते, जिससे उनकी मजदूरी पर लगने वाली काफी राशि बच जाती है। वहीं, पूर्व में जहां आठ से दस ट्रैक्टर ट्रोली रेत भरने में घण्टों लग जाते थे, वहीं अब कुछ ही मिनटों में एक साथ आठ से दस ट्रैक्टर ट्रोली रेत भर ली जाती है। ऐसे में पुलिस या प्रशासन आदि के कार्रवाई के लिए पहुंचने से पूर्व ही बजरी माफिया नदी से बजरी का खनन कर फरार हो जाता है। नदी में खनन के काम में ली जा रही यह जुगाड़ मशीन ट्रैक्टरों के ट्रोलियां खाली करके वापस आने तक नदी किनारे स्थित खेतों में ले जाकर खड़ी कर दी जाती है। जैसे ही सारे ट्रैक्टर नदी फिर से पहुंचते हैं तो मशीन भी वापस नदी में उतारकर खनन शुरू कर दिया जाता है।
किनारों पर डाल रखा पड़ाव
बनास नदी से दिन-रात बजरी खनन के कार्य में लिप्त रहने वाले कई लोगों ने अपने पड़ाव नदी के किनारों पर ही बना रखे हैं। इसके चलते नदी पेटे में अनगिनत शराब की बोतलें भी बिखरी पड़ी है।
बजरी का अवैध परिवहन करते चार डम्पर व तीन ट्रैक्टर जब्त
खमनोर. थाना क्षेत्र में शनिवार देर रात पुलिस ने अवैध रूप से बजरी परिवहन करते डम्पर व ट्रैक्टर जब्त किए।
एएसआई सुरेंद्रसिंह ने बताया कि पुलिस अधीक्षक के निर्देशाों पर क्षेत्र में बजरी के अवैध परिवहन के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत शनिवार रात को क्षेत्र के सेमल गांव में उदयपुर की तरफ जाते बजरी से भरे चार डम्पर रुकवाए। बजरी परिवहन से संबंधित कागजात नहीं होने पर चारों डम्पर पुलिस ने जब्त कर खनिज विभाग को सूचना दी। खनिज विभाग के अधिकारी भी रात को ही मौके पर पहुंचे। इसी तरह सेमल से आते समय खमनोर कस्बे से भी बजरी से भरे तीन ट्रैक्टर जब्त किए। सभी डम्पर व ट्रैक्टर को थाने में खड़े करवाए। खनन विभाग द्वारा चालान बनाने की कार्यवाही की जाएगी। कार्रवाई करने वाली टीम में एएसआई सुरेंद्रसिंह, कांस्टेबल नन्दलाल, चोखाराम शामिल थे।
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