कृषि आधारित काम पहली पसंद
खेतीबाड़ी में दिलचस्पी रखने वाले देवगढ़ क्षेत्र के ग्रामीण प्रवासी गोभी, ओर्गेनिक खेती, हजारे के फूल, देसी कपास आदि की खेती कर अपने गांवों में ही आजीविका चला सकते हैं। देवगढ़ क्षेत्र में गोभी की अच्छी पैदावार होती है जो कि कई बड़े शहरो में क्षेत्र का नाम रोशन किए हुए हैं। वही देसी कपास की खेती कर खादी ग्रामोद्योग में बेच सकते हैं।
खेतीबाड़ी में दिलचस्पी रखने वाले देवगढ़ क्षेत्र के ग्रामीण प्रवासी गोभी, ओर्गेनिक खेती, हजारे के फूल, देसी कपास आदि की खेती कर अपने गांवों में ही आजीविका चला सकते हैं। देवगढ़ क्षेत्र में गोभी की अच्छी पैदावार होती है जो कि कई बड़े शहरो में क्षेत्र का नाम रोशन किए हुए हैं। वही देसी कपास की खेती कर खादी ग्रामोद्योग में बेच सकते हैं।
मेहंदी के कोण और अगरबत्ती भी अच्छा जरिया
देवगढ़ सहित पूरे ग्रामीण क्षेत्रों में आए प्रवासी मजदूर व उनके परिवार की महिलाएं अपने घरों में ही रहकर मेहंदी के कोण, अगरबत्ती, चूड़ी पर डायमंड लगाने, मास्क व पोली बेग बनाने, लम्स आर्ट, जिसमें हेयर क्लिप एवं बकल बनाकर अपनी आजीविका चला सकते हैं और अपने परिवार का पालन पोषण भी आसानी से कर सकते हैं। मेहंदी के कोण बनाने का कार्य इस क्षेत्र में महिलाओं के रोजगार का बेहतर जरिया बना हुआ है और ये प्रवासियों के लिए फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा मसाले, नमकीन, आचार, सिवय्या, पापड़ आदि रोजमर्रा के खाने के सामान बनाकर भी घर चलाने जितना कमाया जा सकता है। वैसे देवगढ़ के मसाले दस-पन्द्रह साल पहले काफी मशहूर हुआ करते थे, लेकिन फिलहाल वे बंद हैं। इन्हें फिर से जीवंत किया जा सकता है और कच्चे माल की सुलभता से ये व्यवसाय आसानी से फिर से शुरू किया जा सकता है। इसके लिए महिलाओं को किसी विशेष प्रक्षिशण की भी जरूरत भी नहीं रहती। महिलाएं खुद या पुरुष वर्ग इन सामान की घर-घर या किसी तय विक्रेता को ये बना हुआ सामान सप्लाई किया जा सकता है।
युवा आगे आएं, बैंक ऋण देने के लिए तैयार
देवगढ़ एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में आसानी से कच्चा माल उपलब्ध हो सकता है। मेरा मानना है कि जो प्रवासी लौटे हैं, वे वहां जिस क्षेत्र में कार्य करते थे, उसी क्षेत्र में यहां कार्य करेतो इस क्षेत्र का विकास होगा और उन्हें पलायन भी नहीं करना पड़ेगा। दूसरा, यहां ऐसे कई गृह उद्योग हैं, जिनमे वे बेहतर कार्य कर रोजगार पैदा कर सकते हैं। ऐसे लोगों के लिए बैंक भी ऋण देने के लिए तैयार है।
– अजय नरानिया, निदेशक- दी राजसमन्द अरबन को.ओ. बैंक लि.
देवगढ़ सहित पूरे ग्रामीण क्षेत्रों में आए प्रवासी मजदूर व उनके परिवार की महिलाएं अपने घरों में ही रहकर मेहंदी के कोण, अगरबत्ती, चूड़ी पर डायमंड लगाने, मास्क व पोली बेग बनाने, लम्स आर्ट, जिसमें हेयर क्लिप एवं बकल बनाकर अपनी आजीविका चला सकते हैं और अपने परिवार का पालन पोषण भी आसानी से कर सकते हैं। मेहंदी के कोण बनाने का कार्य इस क्षेत्र में महिलाओं के रोजगार का बेहतर जरिया बना हुआ है और ये प्रवासियों के लिए फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा मसाले, नमकीन, आचार, सिवय्या, पापड़ आदि रोजमर्रा के खाने के सामान बनाकर भी घर चलाने जितना कमाया जा सकता है। वैसे देवगढ़ के मसाले दस-पन्द्रह साल पहले काफी मशहूर हुआ करते थे, लेकिन फिलहाल वे बंद हैं। इन्हें फिर से जीवंत किया जा सकता है और कच्चे माल की सुलभता से ये व्यवसाय आसानी से फिर से शुरू किया जा सकता है। इसके लिए महिलाओं को किसी विशेष प्रक्षिशण की भी जरूरत भी नहीं रहती। महिलाएं खुद या पुरुष वर्ग इन सामान की घर-घर या किसी तय विक्रेता को ये बना हुआ सामान सप्लाई किया जा सकता है।
युवा आगे आएं, बैंक ऋण देने के लिए तैयार
देवगढ़ एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में आसानी से कच्चा माल उपलब्ध हो सकता है। मेरा मानना है कि जो प्रवासी लौटे हैं, वे वहां जिस क्षेत्र में कार्य करते थे, उसी क्षेत्र में यहां कार्य करेतो इस क्षेत्र का विकास होगा और उन्हें पलायन भी नहीं करना पड़ेगा। दूसरा, यहां ऐसे कई गृह उद्योग हैं, जिनमे वे बेहतर कार्य कर रोजगार पैदा कर सकते हैं। ऐसे लोगों के लिए बैंक भी ऋण देने के लिए तैयार है।
– अजय नरानिया, निदेशक- दी राजसमन्द अरबन को.ओ. बैंक लि.
ऑर्गेनिक खेती बेहतर विकल्प
आज के दौर में ऑर्गेनिक खेती रोजगार के लिए बेहतरीन विकल्प है। जहां आप आर्गेनिक खेती से स्वास्थ्य के प्रति सजग रहते है, वही रासायनिक खेती की तुलना में आर्गेनिक खेती में डेढ़ गुना ज्यादा आय अर्जित की जा सकती है। आर्गेनिक खेती के उत्पादो को बड़ी कंपनियां आगे चलकर खरीदने आती है, साथ ही आर्गेनिक उत्पाद को अच्छे दाम भी मिलते हैं। मैने होटल इंडस्ट्री में होते हुए भी पिछले 2 सालों से आर्गेनिक खेती की है, अभी के दौर में सबसे अच्छा विकल्प ऑर्गेनिक कृषि है।
– शत्रुंजय सिंह, होटल व्यवसायी
आज के दौर में ऑर्गेनिक खेती रोजगार के लिए बेहतरीन विकल्प है। जहां आप आर्गेनिक खेती से स्वास्थ्य के प्रति सजग रहते है, वही रासायनिक खेती की तुलना में आर्गेनिक खेती में डेढ़ गुना ज्यादा आय अर्जित की जा सकती है। आर्गेनिक खेती के उत्पादो को बड़ी कंपनियां आगे चलकर खरीदने आती है, साथ ही आर्गेनिक उत्पाद को अच्छे दाम भी मिलते हैं। मैने होटल इंडस्ट्री में होते हुए भी पिछले 2 सालों से आर्गेनिक खेती की है, अभी के दौर में सबसे अच्छा विकल्प ऑर्गेनिक कृषि है।
– शत्रुंजय सिंह, होटल व्यवसायी