scriptमीना और दूसरे बच्चे भी कांपते हैं उसके गुस्से से | Mina and her other children, trembling with rage | Patrika News

मीना और दूसरे बच्चे भी कांपते हैं उसके गुस्से से

locationराजसमंदPublished: Feb 27, 2016 11:52:00 pm

ढीली गांव स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय से नेत्रहीन बालिका खुशबू को पिटाई करने के बाद धकियाकर

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रेलमगरा।ढीली गांव स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय से नेत्रहीन बालिका खुशबू को पिटाई करने के बाद धकियाकर निकाल देने की घटना के बाद सामने आया कि गुस्सेल प्रधानाध्यापक से कई बच्चे कांपते थे। घटना के दूसरे दिन शनिवार को पड़ताल में उजागर हुआ कि कई विद्यार्थी प्रधानाध्यापक की हठधर्मी और बेरहमी से पिटाई के शकार हो चुके हैं। नेत्रहीन होने के बावजूद सामान्य बच्चों की तरह स्लेट पर गिनती लिखने वाली खुशबू को वह पागल बताते हुए बार-बार पागलखाने में भर्ती कराने के लिए परिजनों पर दबाव बना रहा था।

छात्राओं ने बताया कि खुशबू को विद्यालय से बाहर निकालने वाला संस्था प्रधान सालगराम यादव आठवीं कक्षा में विज्ञान पढ़ाता है। कक्षा में पढ़ाते समय वह विषय से परे हटकर बातें करने में अधिक रुचि रखता है। छात्राओं से फिजूल बातें करना उसकी आदत में शुमार है।

यादव के अजीबोगरीब व्यवहार के बारे छात्र-छात्रा कई बार परिजनों से शिकायतें भी कर चुके हैं। परिजनों के विद्यालय पहुंचने पर वह बावजी आने (देवी-देवताओं का साया होना) की बात कहता है। इसी बहाने परिजनों से लेकर विद्यार्थियों तक को कई तरह की धमकियां देता है। इसके चलते परिजनों ने कुछ कहना ही बंद कर दिया।

…दूध लाने भेजा, देरी होने पर की पिटाई

गांव की मीना गाडरी पिछले सात दिन से विद्यालय नहीं जा रही है। पता चला कि आठ दिन पूर्व संस्था प्रधान ने मीना को गांव में दूध लेने भेजा था। लौटने में देरी होने पर उसका गुस्सा फूट पड़ा। उसने डंडे से मीना की जमकर पिटाई कर डाली। इससे मीना इतनी डर गई कि उसने विद्यालय आना ही बंद कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि इससे पहले भी वह एेसी हरकतें कर चुका है। छठी कक्षा की एक छात्रा को भी यादव ने गत दिनों निकाल दिया था। ग्रामीणों का आरोप है कि यादव की हठधर्मिता के चलते गांव के 80 से 100 बालक अध्ययन के लिए अन्यत्र जाने को विवश हैं।

गिनती लिख लेती है खुशबू

घटना के बाद शनिवार को नेत्रहीन खुशबू जाट बस्ता लेकर विद्यालय पहुंची। उसकी मां नोसर देवी भी विद्यालय में ही बैठी रहीं। नेत्रहीन खुशबू गिनती लिख लेती है। उसने ग्रामीणों की मौजूदगी में स्लेट पर एक से 10 तक गिनती लिखकर दिखाई। हालांकि खुशबू बेहद डरी और सहमी हुई थी। उसकी मां नोसर देवी ने बताया कि दो दिन पूर्व ही यादव ने उसकी पिटाई की थी। इससे उसके पैर में सूजन आ गई थी।

बार एसोसिएशन ने की निंदा

खुशबू को विद्यालय से बाहर निकालने के मामले की रेलमगरा बार एसोसिएशन ने कड़े शब्दों में निन्दा की है। वहीं हठधर्मी प्रधानाध्यापक के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर एसडीओ को ज्ञापन सौंपा।
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