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SPEECH : उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी बोले- समाज से ही व्यक्ति का विकास सम्भव

locationराजसमंदPublished: Apr 24, 2018 09:01:38 am

Submitted by:

laxman singh

फरारा में मां श्रीयादे मंदिर प्रतिष्ठा महोत्सव सम्पन्न

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राजसमंद. फरारा महादेव में मेवाड़ प्रजापत समाज सेवा संस्था मंदिर मण्डल फरारा के तत्वावधान में समाज की कुलदेवी मां श्रीयादे के नवनिर्मित मंदिर पर आयोजित तीन दिवसीय धार्मिक महोत्सव के अंतिम दिन सोमवार को विविध रस्मों की अदायगी एवं मां श्रीयादे के गगनभेदी जैकारों के बीच मंदिर शिखर पर ध्वजा एवं कलश स्थापना हुई व मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की गई। फरारा महादेव मंदिर परिसर स्थित नवनिर्मित मां श्रीयादे मंदिर प्रांगण में सुबह देवपूजन एवं यज्ञकर्म हुआ। यज्ञानुष्ठान में समाजजनों ने हिस्सा लेकर आहुतियां दी। समारोह की मुख्य अतिथि उच्च शिक्षामंत्री किरण माहेश्वरी एवं विशिष्ट अतिथि फरारा के पूर्व सरपंच बहादुरसिंह राठौड़, राजसमन्द नगर परिषद सभापति सुरेश पालीवाल, भाजपा ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष गणेश पालीवाल, नगर अध्यक्ष महेन्द्र टेलर, पूर्व प्रधान भानू पालीवाल, डॉ. बी.एल. कुम्हार उदयपुर आदि थे जबकि अध्यक्षता समाज अध्यक्ष रामचन्द्र प्रजापत ने की। समारोह में बोलते हुए उच्च शिक्षामंत्री ने कहा कि समाज से ही किसी भी व्यक्ति का अस्तित्व होता है और उससे ही उसे पहचान भी मिलती है। समाज के विकास से ही व्यक्ति का विकास सम्भव है। यदि समाज समर्थ होगा तो व्यक्ति स्वयं सामथ्र्यवान हो सकेगा। ऐसे में व्यक्ति को अपने समाज उत्थान व विकास के लिए तन, मन व धन से सहयोग देना चाहिए।
विधिविधान से हुई मूर्ति स्थापना
समाज संरक्षक हीरालाल पुनावली, अध्यक्ष रामचन्द्र प्रजापत राजनगर, कोषाध्यक्ष नाथूलाल गांवगुड़ा, सह कोषाध्यक्ष किशन बडारड़ा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरोत्तम नाथद्वारा, किशनलाल गावंगुड़ा, सोहनलाल थोरिया, गोविन्द प्रजापत पसून्द आदि सदस्यों एवं पूरे मेवाड़ क्षेत्र से बड़ी संख्या में पहुंचे समाजजनों की उपस्थिति में मंदिर प्रतिष्ठा के लिए वैदिक रीतिनुसार विधान शुरू हुआ। विप्रजनों ने मंत्रोचारण के साथ कई धार्मिक रस्में पूर्ण कराई। इसके बाद तय मुहूर्त में गगनभेदी जैकारों के बीच विधिपूर्वक मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा हुई वहीं मंदिर शिखर पर स्वर्ण कलश एवं ध्वजा स्थापना की गई। इस दौरान पूरा परिवेश धर्ममय हो उठा तथा समाजजन अपनी कुलदेवी के दर्शन के लिए आतुर दिखाई दिए। इस मौके पर महाआरती हुई जिसमें लोगों ने श्रद्धा से हिस्सा लिया। इसके बाद यज्ञ में पूर्णाहुति के साथ ही प्रतिष्ठा महोत्सव सम्पन्न हो गया। समारोह में नवनिर्मित मां श्रीयादे मंदिर पर ध्वजा स्थापना के लिए राशि देने पर भामाशाह नाथुलाल गांवगुड़ा व किशनलाल गांवगुड़ा तथा स्वर्ण कलश के लिए अर्थ सहयोग देने पर भामाशाह मांगीलाल गुड़ला सहित समाज विकास व मंदिर निर्माण में योगदान देने वाले समाजजनों का सम्मान किया गया।
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