विधिविधान से हुई मूर्ति स्थापना
समाज संरक्षक हीरालाल पुनावली, अध्यक्ष रामचन्द्र प्रजापत राजनगर, कोषाध्यक्ष नाथूलाल गांवगुड़ा, सह कोषाध्यक्ष किशन बडारड़ा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरोत्तम नाथद्वारा, किशनलाल गावंगुड़ा, सोहनलाल थोरिया, गोविन्द प्रजापत पसून्द आदि सदस्यों एवं पूरे मेवाड़ क्षेत्र से बड़ी संख्या में पहुंचे समाजजनों की उपस्थिति में मंदिर प्रतिष्ठा के लिए वैदिक रीतिनुसार विधान शुरू हुआ। विप्रजनों ने मंत्रोचारण के साथ कई धार्मिक रस्में पूर्ण कराई। इसके बाद तय मुहूर्त में गगनभेदी जैकारों के बीच विधिपूर्वक मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा हुई वहीं मंदिर शिखर पर स्वर्ण कलश एवं ध्वजा स्थापना की गई। इस दौरान पूरा परिवेश धर्ममय हो उठा तथा समाजजन अपनी कुलदेवी के दर्शन के लिए आतुर दिखाई दिए। इस मौके पर महाआरती हुई जिसमें लोगों ने श्रद्धा से हिस्सा लिया। इसके बाद यज्ञ में पूर्णाहुति के साथ ही प्रतिष्ठा महोत्सव सम्पन्न हो गया। समारोह में नवनिर्मित मां श्रीयादे मंदिर पर ध्वजा स्थापना के लिए राशि देने पर भामाशाह नाथुलाल गांवगुड़ा व किशनलाल गांवगुड़ा तथा स्वर्ण कलश के लिए अर्थ सहयोग देने पर भामाशाह मांगीलाल गुड़ला सहित समाज विकास व मंदिर निर्माण में योगदान देने वाले समाजजनों का सम्मान किया गया।
समाज संरक्षक हीरालाल पुनावली, अध्यक्ष रामचन्द्र प्रजापत राजनगर, कोषाध्यक्ष नाथूलाल गांवगुड़ा, सह कोषाध्यक्ष किशन बडारड़ा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरोत्तम नाथद्वारा, किशनलाल गावंगुड़ा, सोहनलाल थोरिया, गोविन्द प्रजापत पसून्द आदि सदस्यों एवं पूरे मेवाड़ क्षेत्र से बड़ी संख्या में पहुंचे समाजजनों की उपस्थिति में मंदिर प्रतिष्ठा के लिए वैदिक रीतिनुसार विधान शुरू हुआ। विप्रजनों ने मंत्रोचारण के साथ कई धार्मिक रस्में पूर्ण कराई। इसके बाद तय मुहूर्त में गगनभेदी जैकारों के बीच विधिपूर्वक मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा हुई वहीं मंदिर शिखर पर स्वर्ण कलश एवं ध्वजा स्थापना की गई। इस दौरान पूरा परिवेश धर्ममय हो उठा तथा समाजजन अपनी कुलदेवी के दर्शन के लिए आतुर दिखाई दिए। इस मौके पर महाआरती हुई जिसमें लोगों ने श्रद्धा से हिस्सा लिया। इसके बाद यज्ञ में पूर्णाहुति के साथ ही प्रतिष्ठा महोत्सव सम्पन्न हो गया। समारोह में नवनिर्मित मां श्रीयादे मंदिर पर ध्वजा स्थापना के लिए राशि देने पर भामाशाह नाथुलाल गांवगुड़ा व किशनलाल गांवगुड़ा तथा स्वर्ण कलश के लिए अर्थ सहयोग देने पर भामाशाह मांगीलाल गुड़ला सहित समाज विकास व मंदिर निर्माण में योगदान देने वाले समाजजनों का सम्मान किया गया।