थाना अंतर्गत कोठारिया के समीप स्थित दूधपुरा गांव के पास से गुजर रही बनास नदी में रविवार सुबह तीन जनों के शव ग्रामीणों ने देखे तो पुलिस को सूचित किया। इस पर पुलिस ने तीनों के शव बाहर निकलवाए एवं पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल लाया गया।
मृतकों में पूरण कंवर (35) पत्नी जोरावर सिंह राजपूत तथा पुत्र नितिन (5) एवं लोकेश (4) शामिल हैं। अस्पताल लाने के बाद चिकित्सकों के द्वारा पोस्टमार्टम करने के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए। बताया गया कि नहाने गए दोनों बालकों के शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था। जबकि, मां के शरीर पर सभी कपड़े थे। इसको लेकर पुलिस ने बताया कि संभवत: दोनों बच्चों को नहाने के दौरान डूबते हुए देख मां उनको बचाने बनास नदी में कूद गई, लेकिन न तो वह बच्चों को बचा पाई और न ही खुद को।
शनिवार को घर से बच्चों के साथ आई
मृतका पूरण कंवर अपने दोनों लाड़लों के साथ शनिवार को दोपहर के समय बनास नदी पर आई थी। उसके बाद सायंकाल मजदूरी कर घर लौटे पति जोरावर सिंह ने पत्नी के घर पर नहीं मिलने पर आसपास एवं रिश्तेदारों में पता भी किया, लेकिन कहीं से उनके बारे में पता नहीं लग पाया था।
मृतका पूरण कंवर अपने दोनों लाड़लों के साथ शनिवार को दोपहर के समय बनास नदी पर आई थी। उसके बाद सायंकाल मजदूरी कर घर लौटे पति जोरावर सिंह ने पत्नी के घर पर नहीं मिलने पर आसपास एवं रिश्तेदारों में पता भी किया, लेकिन कहीं से उनके बारे में पता नहीं लग पाया था।
तीनों का दाह संस्कार एक साथ
हादसे के बाद दोनों बेटों और मां को एक ही चिता पर लिटाकर एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दृश्य को जिस किसी ने भी देखा उसकी आंखें भर आई।
हादसे के बाद दोनों बेटों और मां को एक ही चिता पर लिटाकर एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दृश्य को जिस किसी ने भी देखा उसकी आंखें भर आई।