अपनी ही पार्टी से हुआ करारी हार का सामना ( municipal board Nathdwara Chairman Election Result ) स्थानीय पालिका के सुखाडिय़ा नगर स्थित कार्यालय में रिटर्निंग अधिकारी अभिषेक गोयल व चुनाव पर्यवेक्षक आशीष गुप्ता की उपस्थिति में मतदान प्रक्रिया पूर्ण होने के तुरंत बाद ही मतों की गिनती प्रारंभ कर दी एवं परिणाम भी घोषित कर दिया। 40 पार्षद मतदाताओं में से अध्यक्ष पद पर मनीष राठी को 32 व भाजपा के प्रदीप काबरा को 7 तथा एक पार्षद मतदाता ने अपना मतदान नोटा में किया। ऐसे में यदि प्रदीप काबरा को अपनी ही पार्टी से करारी हार का सामना करना पड़ा।
पालिका के चुनाव में 19 नवंबर को हुई मतगणना में 40 पार्षदों में से कांग्रेस ने 29 व भाजपा के 10 पार्षद व एक निर्दलीय ने चुनाव जीता था। ऐसे में भाजपा के तीन वोट इधर-उधर होने से ये पार्टी के लिए नाथद्वारा में बड़ी पराजय मानी जा रही है।
पार्टी का जिलाध्यक्ष भी नाथद्वारा का ( Rajsamand news ) भारतीय जनता पार्टी के लिए पालिका का चुनाव कई गणित बिगाडऩे वाला साबित हो रहा है। यहां पर पहले तो पिछले पांच साल बोर्ड होने के बावजूद पार्टी 10 सीटों पर सिमट गई और उसके बाद अध्यक्ष पद पर भी उम्मीदवार को ही नकारते हुए तीन पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग कर दी। इसके बाद सबसे अहम बात यह है कि पार्टी के जिलाध्यक्ष भी नाथद्वारा के ही हैं। साथ ही पार्षद पद के लिए हुए चुनाव में पार्टी को जिताने के लिए वर्तमान सांसद दीया कुमारी, पूर्व मंत्री शिवदान सिंह चौहान, पूर्व मंत्री व राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी, मावली विधायक धर्मनारायण जोशी, पूर्व विधायक बंशीलाल खटीक तथा पार्टी के जिले के कई पदाधिकारी आदि भी चुनाव के समय यहां जनसंपर्क में लगे थे। इतने नेताओं का योगदान के बाद भी पार्टी का बुरा हश्र हुआ।
शिवशंकर पुरोहित ने भी भाग्य आजमाया उल्लेखनीय है कि पालिका के चुनाव में पार्टी के द्वारा सभी 40 वार्ड में प्रत्याशी बनाए गए, जिसमें अधिकांश वार्ड में एंटीइंकंबेसी को देखते हुए नए उम्मीदवारों को मैदान में उतारा एवं स्वयं पार्टी के नगर अध्यक्ष प्रदीप काबरा पूर्व अध्यक्ष शिवशंकर पुरोहित ने भी भाग्य आजमाया, जिसमें प्रदीप तो जीत गए, परंतु शिव शंकर को हार का मुहं देखना पड़ा।