योजना का उद्धेश्य
कोरोना के कारण कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। जिन लोगों की इम्युनिटी अच्छी थी वह ग्रस्ति होने के बावजूद ठीक हो गए। आने वाले समय में महामारी के बने रहने की आंशका के चलते राज्य सरकार ने आमजन को स्वस्थ रखने और जागरुक करने के लिए घर-घर औषधि योजना शुरू की। आयुर्वेद में तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा और कालमेघ जैसे औषधीय पौधों को इम्युनिटी बढ़ाने के लिए अच्छी बताया था।
यह है योजना
राजस्थान सरकार ने लोगों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए 5 जुलाई 2021 को घर-घर औषधि योजना प्रारंभ की। इसे वन विभाग के माध्यम से शुरू किया गया। प्रत्येक परिवार को तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा और कालमेघ के 2-2 पौधे नि:शुल्क वितरित किए गए और इनके उपयोग की जानकारी भी दी गई। योजना को 2024 तक जारी रहेगी।
पिछले साल बांटे थे 10.65 लाख पौधों
जिल में वन विभाग की ओर योजना के तहत 10 लाख 65 हजार पौधों का वितरण किया गया था। इसके तहत राजसमंद, कुंभलगढ़, खमनौर, देलवाड़ा, भीम, रेलमगरा, आमेट और देवगढ़ पंचायत समिति में पौधे नि:शुल्क बांटे । शहरी क्षेत्र में राजसमंद, नाथद्वारा, आमेट और देवगढ़ नगरीय निकाय में पौंधों का वितरण किया गया। लेकिन इसमें मात्र 25-30 फीसदी पौधे लगे। इसके अलावा सभी पौधे देखरेख और सार संभाल के अभाव में खराब हो गए।
अब नर्सरी से ले सकेंगे नि:शुल्क पौधे
जिले में घर-घर औषधि योजना के तहत पिछले साल नि:शुल्क घर-घर जाकर पौधों का वितरण किया था, लेकिन इसमें मात्र 25-30 प्रतिशत ही पौधे लगने के कारण सरकार ने इस बार घर-घर जाकर बांटने के स्थान पर नर्सरी पर ही नि:शुल्क वितरण करने के निर्देश दिए हैं।
- विनोद कुमार रॉय, डीएफओ वन विभाग
कोरोना के कारण कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। जिन लोगों की इम्युनिटी अच्छी थी वह ग्रस्ति होने के बावजूद ठीक हो गए। आने वाले समय में महामारी के बने रहने की आंशका के चलते राज्य सरकार ने आमजन को स्वस्थ रखने और जागरुक करने के लिए घर-घर औषधि योजना शुरू की। आयुर्वेद में तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा और कालमेघ जैसे औषधीय पौधों को इम्युनिटी बढ़ाने के लिए अच्छी बताया था।
यह है योजना
राजस्थान सरकार ने लोगों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए 5 जुलाई 2021 को घर-घर औषधि योजना प्रारंभ की। इसे वन विभाग के माध्यम से शुरू किया गया। प्रत्येक परिवार को तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा और कालमेघ के 2-2 पौधे नि:शुल्क वितरित किए गए और इनके उपयोग की जानकारी भी दी गई। योजना को 2024 तक जारी रहेगी।
पिछले साल बांटे थे 10.65 लाख पौधों
जिल में वन विभाग की ओर योजना के तहत 10 लाख 65 हजार पौधों का वितरण किया गया था। इसके तहत राजसमंद, कुंभलगढ़, खमनौर, देलवाड़ा, भीम, रेलमगरा, आमेट और देवगढ़ पंचायत समिति में पौधे नि:शुल्क बांटे । शहरी क्षेत्र में राजसमंद, नाथद्वारा, आमेट और देवगढ़ नगरीय निकाय में पौंधों का वितरण किया गया। लेकिन इसमें मात्र 25-30 फीसदी पौधे लगे। इसके अलावा सभी पौधे देखरेख और सार संभाल के अभाव में खराब हो गए।
अब नर्सरी से ले सकेंगे नि:शुल्क पौधे
जिले में घर-घर औषधि योजना के तहत पिछले साल नि:शुल्क घर-घर जाकर पौधों का वितरण किया था, लेकिन इसमें मात्र 25-30 प्रतिशत ही पौधे लगने के कारण सरकार ने इस बार घर-घर जाकर बांटने के स्थान पर नर्सरी पर ही नि:शुल्क वितरण करने के निर्देश दिए हैं।
- विनोद कुमार रॉय, डीएफओ वन विभाग