जिससे समृद्ध है शहर धार्मिक : शहर में श्री द्वारकाधीश मंदिर, जैन तीर्थ दयालशाह किला, तेरापंथ धर्मसंघ की उद्गम स्थली भिक्षु बोधि स्थल, मामु भाणेज दरगाह आम जनमानस की आस्था के केंद्र है। यहां गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश के साथ विदेशी पर्यटक भी आते हैं।
पुरामहत्त्व : सेवाली में महाराणा राजसिंह महल, राजसमंद झील, नौचोकी पाल व शिलालेख। पर्यटन : महाराणा राजसिंह पेनोरमा, राजसिंह महल, झील, नौचोकी पाल, श्री द्वारकाधीश मंदिर, गुप्तेश्वर महादेव, चौमुखा महादेव मंदिर, श्री रामेश्वर महादेव मंदिर, चौमुखा महादेव, घेवरमाता नौचोकी, राजनगर पहाड़ी पर मामु भाणेज दरगाह।
उद्योग : मार्बल मुख्य उद्योग है, जिस पर ज्यादातर लोग आश्रित है। जेके टायर फैक्ट्री भी शहर का दूसरा बड़ा उद्योग है। दोनों से रोजगार मिल रहा है, तो शहरी विकास में भी सहभागी है।
सांस्कृतिक/ साहित्यिक : जयपुर के बाद दूसरा सबसे बड़ा गणगौर मेला लगता है। मंदिर में आए दिन उत्सव मनते हैं। कवि, साहित्यकार भी राष्ट्रीय मंचों पर प्रस्तुति दे रहे हैं। यह शहर के लिए ठीक नहीं
यातायात : शहर की यातायात व्यवस्था लच्चर है। आबादी के मुकाबले ट्रेफिक पुलिस में नफरी ही नहीं है, पचास फीसदी ट्रेफिक पॉइंट खाली ही रहते हैं। इसी मार्ग से रैली, जुलूस, शोभायात्रा, सभा व बिंदोलियां निकलती है, जिससे अक्सर जाम लग जाते हैं।
परिवहन : राजनगर- कांकरोली के अलावा धोइंदा, आरके जिला अस्पताल, एसआरके, पुलिस लाइन जाने के लिए कोई साधन नहीं है। अतिक्रमण : दो उपनगर राजनगर-कांकरोली में विभक्त शहर की मुख्य सड़क से लेकर तंग बाजार में भी पांच से दस दस फीट तक सड़क पर दुकाने चल रही है। नगरपरिषद व यातायात पुलिस की उदासीनता से आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सफाई : सुंदर शहर बनने की दौड़ में शामिल राजसमंद में हर कदम पर गदंगी के ढेर लगे हैं। न दुकानदार जागरुक है और न ही शहरवासी गंभीर। निकाय ने तालेड़ी नदी को ही कचराघर बना डाला।
अपराध : 6 दिसंबर 2017 को बंगाली श्रमिक की गेंती से हत्या कर लाइव वीडियो वायरल कर दिया। लूट, डकैती व हत्या की वारदातों से तो व्यापारी व शहरवासी दहशतगर्द है, मगर पुलिस उदासीन है।