एकजुट हुए लोग, देवपुरिया गांव पर जताई सहमति
राजसमंदPublished: Feb 14, 2020 03:38:41 pm
– मेडिकल कॉलेज के लिए नाथद्वारा में नई जमीन तलाशने का विरोध
एकजुट हुए लोग, देवपुरिया गांव पर जताई सहमति
राजसमंद. मेडिकल कॉलेज के लिए नाथद्वारा में नई जमीन तलाशने के विरोध में एकजुट हुए राजसमंद शहर व ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने बडारड़ा पंचायत के देवपुरिया गांव में प्रशासन द्वारा आवंटित जमीन पर सहमति जताई है। साथ ही इस कॉलेज की सम्बद्धता आर.के. जिला अस्पताल से ही रहे। लोग बोले कि चिह्नित जगह राजसमंद व नाथद्वारा शहर के मध्य है, जो दोनों शहरों के साथ ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिए भी सुगम है। अब कॉलेज के लिए नाथद्वारा में नई जमीन तलाशने की प्रशासनिक कार्रवाई का विरोध किया और इसको लेकर 17 फरवरी को जिला कलक्टर को ज्ञापन देने का निर्णय किया गया।
राजसमंद शहर के जलचक्की चौराहा स्थित चौमुखा महादेव मंदिर परिसर में मेडिकल कॉलेज को लेकर विशेष बैठक आयोजित की गई। ठीक साढ़े पांच बजे बैठक शुरू हुई। प्रारंभ में प्रशासन द्वारा मेडिकल कॉलेज खोलने को लेकर प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई की समीक्षा में देवपुरिया व मजा के मध्य चिह्नित व आवंटित जमीन को उचित बताया। एक स्वर में लोग बोले कि देवपुरिया में मेडिकल कॉलेज खोलने पर उन्हेंं कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन नाथद्वारा ले जाना गलत है। बैठक में रोडीलाल सनाढ्य, भगवत शर्मा, राजकुमार जटिया, गिरिराज कुमावत, जगदीश पहाडिय़ा, राहुल वैष्णव, तरुण खत्री, भरत पालीवाल, गोपाल उपाध्याय, चंद्रशेखर शर्मा आदि थे।
संघर्ष समिति का किया गठन
बैठक में मेडिकल कॉलेज संघर्ष समिति का गठन किया गया, जिसमें कुलदीप सिंह गौड़, मोहन कुमावत, मनोज लोढ़ा, महेश पालीवाल, अधिवक्ता सपत लड्ढा, नीलेश पालीवाल, रामलाल जाट, अनिल खंडेलवाल, अमित वर्मा, डॉ. यशपाल सिंह राजपुरोहित, शैतान सिंह चुंडावत, हेमेंद्रसिंह चौहान, ललित खींची सहित तेरह सदस्यों को शामिल किया है। अब समिति द्वारा आंदोलन की अग्रिम रूपरेखा तय की जाएगी।
रैली निकालकर देंगे ज्ञापन
मेडिकल कॉलेज को देवपुरिया में आवंटित जमीन पर ही खोलने व नाथद्वारा में नई जमीन नहीं तलाशने की मांग को लेकर शहर व ग्रामीण क्षेत्र के लोग 17 फरवरी सुबह 10 बजे श्री बालकृष्ण स्टेडियम में एकत्रित होंगे। फिर शहर में रैली निकालकर जिला कलक्टर को ज्ञापन दिया जाएगा। साथ ही प्रशासन को चेताया जाएगा कि आवंटित जमीन की बजाय दूसरी जगह मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा, तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।