सिर्फ एक तिहाई चने की खरीद
जिले के रेलमगरा क्षेत्र में चने की अच्छी पैदावार होती है। सरकार ने पहले एक काश्तकार से सिफ 25 क्विंटल चना खरीदने की बात कही थी। इसके चलते कई काश्तकारों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवा लिया था। इसके बाद सरकार ने इसकी लिमिट को 40 क्विंटल कर दी। ऐसे में कई काश्तकारों से कम खरीद की गई, क्योंकि एक बार रजिस्ट्रेशन के बाद दूसरी बार रजिस्ट्रेशन नहीं होता है। जानकारों की मानें तो इसके कारण समर्थन मूल्य पर बामुश्किल एक तिहाई चने की खरीद हुई है, जबकि काश्तकारों के पास कई क्विंटल चना रखा हुआ है।
बाजार में बेचने पर एक हजार का नुकसान
जानकारों के अनुसार बाजार में चने के भाव 4200 से 4300 रुपए प्रति क्विंटल के बीच चल रहे हैं, जबकि समर्थन मूल्य पर 5230 रुपए क्विंटल मिल रहे हैं। ऐसे में काश्तकारों को एक क्विंटल पर एक हजार से अधिक का नुकसान हो रहा है। इसके कारण काश्तकार बाजार में चना नहीं बेच रहे हैं। उन्होंने चने का स्टॉक कर लिया है। भाव अच्छे होने पर इसकी बिक्री की जाएगी। ऐसे में समर्थन मूल्य पर खरीद की लिमिट बढ़ाए जाने पर और खरीद हो सकती है।
समर्थन मूल्य पर खरीद हुई बंद
जिले में समर्थन मूल्य पर खरीद 30 जून को बंद हो गई है। अभी तक साढ़े 14 करोड़ से अधिक के चने की खरीद समर्थन मूल्य पर की गई है। रेलमगरा क्षेत्र में सर्वाधिक खरीद हुई है। काश्तकारों को नियमित भुगतान भी हो रहा है।
– मोहन कृष्ण जोशी, लेखपाल क्रय विक्रय सहकारी समिति रेलमगरा
जिले के रेलमगरा क्षेत्र में चने की अच्छी पैदावार होती है। सरकार ने पहले एक काश्तकार से सिफ 25 क्विंटल चना खरीदने की बात कही थी। इसके चलते कई काश्तकारों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवा लिया था। इसके बाद सरकार ने इसकी लिमिट को 40 क्विंटल कर दी। ऐसे में कई काश्तकारों से कम खरीद की गई, क्योंकि एक बार रजिस्ट्रेशन के बाद दूसरी बार रजिस्ट्रेशन नहीं होता है। जानकारों की मानें तो इसके कारण समर्थन मूल्य पर बामुश्किल एक तिहाई चने की खरीद हुई है, जबकि काश्तकारों के पास कई क्विंटल चना रखा हुआ है।
बाजार में बेचने पर एक हजार का नुकसान
जानकारों के अनुसार बाजार में चने के भाव 4200 से 4300 रुपए प्रति क्विंटल के बीच चल रहे हैं, जबकि समर्थन मूल्य पर 5230 रुपए क्विंटल मिल रहे हैं। ऐसे में काश्तकारों को एक क्विंटल पर एक हजार से अधिक का नुकसान हो रहा है। इसके कारण काश्तकार बाजार में चना नहीं बेच रहे हैं। उन्होंने चने का स्टॉक कर लिया है। भाव अच्छे होने पर इसकी बिक्री की जाएगी। ऐसे में समर्थन मूल्य पर खरीद की लिमिट बढ़ाए जाने पर और खरीद हो सकती है।
समर्थन मूल्य पर खरीद हुई बंद
जिले में समर्थन मूल्य पर खरीद 30 जून को बंद हो गई है। अभी तक साढ़े 14 करोड़ से अधिक के चने की खरीद समर्थन मूल्य पर की गई है। रेलमगरा क्षेत्र में सर्वाधिक खरीद हुई है। काश्तकारों को नियमित भुगतान भी हो रहा है।
– मोहन कृष्ण जोशी, लेखपाल क्रय विक्रय सहकारी समिति रेलमगरा