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Support Price Purchase : जिले में समर्थन मूल्य पर खरीद हुई बंद, 14 करोड़ का खरीदा चना

locationराजसमंदPublished: Jul 03, 2022 11:14:29 am

Submitted by:

himanshu dhawal

– एक अप्रेल से 30 जून तक हुई खरीद, 28 हजार क्विंटल से ज्यादा की हुई खरीद, बाजार में चने के भाव कम होने से बड़ा रूझान, 980 काश्तकारों का हुआ भुगतान

Support Price Purchase : जिले में समर्थन मूल्य पर खरीद हुई बंद, 14 करोड़ का खरीदा चना

Support Price Purchase : जिले में समर्थन मूल्य पर खरीद हुई बंद, 14 करोड़ का खरीदा चना

हिमांशु धवल @ राजसमंद. जिले में समर्थन मूल्य पर चना और सरसों की खरीद गुरुवार को बंद हो गई। इसके चलते 14 करोड़ से अधिक के चने की खरीद हुई है। हालांकि यह खरीद एक तिहाई बताई जा रही है। काश्तकारों के पास अभी भी चने का स्टॉक भरा हुआ है। बाजार में चने के भाव कम होने के कारण वह मंडी में भी नहीं बेच रहे हैं।
सरकार की ओर से किसानों को फसल का उचित मूल्य दिलाने के लिए समर्थन मूल्य पर खरीद की जाती है। जिले में तीन क्रय विक्रय सहकारी समिति और छह ग्राम सरकारी समिति (जीएसएस) पर समर्थन मूल्य पर एक अप्रेल से 30 जून तक खरीद की गई। सरकार ने चना का समर्थन मूल्य 5230, सरसों का 5050 रुपए और गेहूं का समर्थन मूल्य 2015 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया था। हालांकि जिले में सिर्फ चने की खरीद की गई है, वहीं सरसों के नाममात्र के रजिस्ट्रेशन होने के कारण खरीद नहीं की गई। जिले में सर्वाधिक खरीद रेलमगरा क्षेत्र में हुई है। यहां पर चने की पैदावार अच्छी होती है। जिले में 1234 काश्तकारों ने समर्थन मूल्य पर बिक्री के लिए रजिस्टे्रशन कराया था, लेकिन बिक्री के लिए 1203 काश्तकार ही चना लेकर पहुंचे। जिले के ओमशिव जीएसएस, नमाना जीएसएस और मंडियाना जीएसएस में चना और सरसों खरीद के लिए एक भी रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है। वहीं सालोर में दो और नाथद्वारा में 5 रजिस्ट्रेशन हुए थे।
फैक्ट फाइल
– 1203 काश्तकारों से चना खरीदा
– 14,66,91,40 करोड़ की हुई खरीद
– 980 को चने का हुआ भुगतान
– 9,34,75,790 करोड़ का किया भुगतान
– 28,048 क्विंटल चने की गई खरीद
सिर्फ एक तिहाई चने की खरीद
जिले के रेलमगरा क्षेत्र में चने की अच्छी पैदावार होती है। सरकार ने पहले एक काश्तकार से सिफ 25 क्विंटल चना खरीदने की बात कही थी। इसके चलते कई काश्तकारों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवा लिया था। इसके बाद सरकार ने इसकी लिमिट को 40 क्विंटल कर दी। ऐसे में कई काश्तकारों से कम खरीद की गई, क्योंकि एक बार रजिस्ट्रेशन के बाद दूसरी बार रजिस्ट्रेशन नहीं होता है। जानकारों की मानें तो इसके कारण समर्थन मूल्य पर बामुश्किल एक तिहाई चने की खरीद हुई है, जबकि काश्तकारों के पास कई क्विंटल चना रखा हुआ है।
बाजार में बेचने पर एक हजार का नुकसान
जानकारों के अनुसार बाजार में चने के भाव 4200 से 4300 रुपए प्रति क्विंटल के बीच चल रहे हैं, जबकि समर्थन मूल्य पर 5230 रुपए क्विंटल मिल रहे हैं। ऐसे में काश्तकारों को एक क्विंटल पर एक हजार से अधिक का नुकसान हो रहा है। इसके कारण काश्तकार बाजार में चना नहीं बेच रहे हैं। उन्होंने चने का स्टॉक कर लिया है। भाव अच्छे होने पर इसकी बिक्री की जाएगी। ऐसे में समर्थन मूल्य पर खरीद की लिमिट बढ़ाए जाने पर और खरीद हो सकती है।
समर्थन मूल्य पर खरीद हुई बंद
जिले में समर्थन मूल्य पर खरीद 30 जून को बंद हो गई है। अभी तक साढ़े 14 करोड़ से अधिक के चने की खरीद समर्थन मूल्य पर की गई है। रेलमगरा क्षेत्र में सर्वाधिक खरीद हुई है। काश्तकारों को नियमित भुगतान भी हो रहा है।
– मोहन कृष्ण जोशी, लेखपाल क्रय विक्रय सहकारी समिति रेलमगरा

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