बादल छाए, गिलूण्ड में बूंदाबांदी
रेलमगरा. क्षेत्र में सोमवार को मौसम के मिजाज में फिर से बदलाव आया और तेज गर्मी के बीच आसमान में बादल छा गए व बूंदाबांदी भी हुई। सुबह मौसम साफ रहा एवं दोपहर बाद बादल छा गए। दोपहर करीब 2 बजे कुछ देर तेज हवाएं चलने के साथ ही बुंदाबांदी भी हुई। वहीं, शाम करीब 4 बजे फिर से बादलों की गर्जना के साथ बूंदाबांदी का दौर चला। बादल छाने एवं हल्की बूंदाबांदी से आमजन ने गर्मी से हल्की राहत महसूस की।
रेलमगरा. क्षेत्र में सोमवार को मौसम के मिजाज में फिर से बदलाव आया और तेज गर्मी के बीच आसमान में बादल छा गए व बूंदाबांदी भी हुई। सुबह मौसम साफ रहा एवं दोपहर बाद बादल छा गए। दोपहर करीब 2 बजे कुछ देर तेज हवाएं चलने के साथ ही बुंदाबांदी भी हुई। वहीं, शाम करीब 4 बजे फिर से बादलों की गर्जना के साथ बूंदाबांदी का दौर चला। बादल छाने एवं हल्की बूंदाबांदी से आमजन ने गर्मी से हल्की राहत महसूस की।
प्रस्तावित निर्माण कार्यों पर नई दर लागू कराने की मांग
राजसमंद. सरपंच संघ ने मुख्यमंत्री सहित पंचायती राजविभाग, जिला परिषद आदि को ज्ञापन भेजकर प्रस्तावित निर्माण कार्यों पर नई दर लागू करवाने की मांग की है। ज्ञापन में बताया गया है कि जिले में ग्राम पंचायतों के माध्यम से सम्पादित कराये जाने के लिए मगरा विकास योजना से अनुमानित 2000 से अधिक विकास कार्य स्वीकृत हुए हैं। इसके अतिरिक्त अन्य विविध योजनाओं से लगभग 1000 कार्य और प्रस्तावित हैं। कार्यों की तकनीकी स्वीकृतियां एवं एस्टीमेट वर्ष 2017-18 की दर से बनाकर भिजवाए गए हंै। जबकि विगत 6 माह में निर्माण सामग्री की दरों में अत्याधिक वृद्धि हुई है तथा सामान्यत: उपयोग में आने वाली निर्माण सामग्री वर्ष 2017-18 की दरों पर बाजार में उपलब्ध नहीं है। ऐसे में कार्य की नई दरें लागू करवाई जाएं। जानकारी सरपंच संघ जिलाध्यक्ष सोहन सिंह डूलावत ने दी।
राजसमंद. सरपंच संघ ने मुख्यमंत्री सहित पंचायती राजविभाग, जिला परिषद आदि को ज्ञापन भेजकर प्रस्तावित निर्माण कार्यों पर नई दर लागू करवाने की मांग की है। ज्ञापन में बताया गया है कि जिले में ग्राम पंचायतों के माध्यम से सम्पादित कराये जाने के लिए मगरा विकास योजना से अनुमानित 2000 से अधिक विकास कार्य स्वीकृत हुए हैं। इसके अतिरिक्त अन्य विविध योजनाओं से लगभग 1000 कार्य और प्रस्तावित हैं। कार्यों की तकनीकी स्वीकृतियां एवं एस्टीमेट वर्ष 2017-18 की दर से बनाकर भिजवाए गए हंै। जबकि विगत 6 माह में निर्माण सामग्री की दरों में अत्याधिक वृद्धि हुई है तथा सामान्यत: उपयोग में आने वाली निर्माण सामग्री वर्ष 2017-18 की दरों पर बाजार में उपलब्ध नहीं है। ऐसे में कार्य की नई दरें लागू करवाई जाएं। जानकारी सरपंच संघ जिलाध्यक्ष सोहन सिंह डूलावत ने दी।