राजस्थान पत्रिका द्वारा चलाया गया महाअभियान बहुत अच्छा है। एक ऐसा कानून बनना चाहिए जिससे भ्रष्टनेता चुनाव ही नहीं लड़ सके, अभी होता यह है कि जिनकी कोर्ट में ट्रायल चल रही होती है वह चुनाव लड़ता है, अगर ऐसा लागू हो जाए तो भ्रष्टाचार में काफी कमी आएगी।
जयदेव कच्छावा, अध्यक्ष बार एसोसिएशन राजसमंद
जयदेव कच्छावा, अध्यक्ष बार एसोसिएशन राजसमंद
राजनीति में सौ प्रतिशत गंदगी है, इसके लिए युवाओं को आगे आना चाहिए। क्योंकि पुराने राजनेता अपनी ही पीढ़ी को आगे बढ़ाते हैं। जिससे दूसरे लोगों को मौका नहीं मिल पाता। शिक्षित युवाओं को इसमें मौका देने की आवश्यकता है।
दिनेश कुमार खटीक , अधिवक्ता राजसमंद
दिनेश कुमार खटीक , अधिवक्ता राजसमंद
राजनीति में जिस तरह लोगों ने अपने परिवारवाद को बढ़ावा दिया है। उस कारण से विरासत में जो वैमनस्यता के जो भाव रहते हैं वह हमेसा बढ़ते जाते हैं। इसक्रम में अगर कोई युवा राजनीति में प्रवेश करता है, तो यह काफी अच्छा होगा। क्योंकि युवाओं में स्वभावत: राष्ट्र सेवा की भावना होती है। वह अपनी योजनाओं का क्रियांवयन भी अच्छे से कर सकेगा।
नरेंद्र पालीवाल, अधिवक्ता कांकरोली
नरेंद्र पालीवाल, अधिवक्ता कांकरोली
राजनीति में परिवारवाद और जातिवाद दोनों ही गलत हैं। लेकिन वोटरों के सामने कोई विकल्प नहीं होता तो वह मजबूरी में ऐसे लोगों को चुनता है। पत्रिका का यह अभियान निश्चित तौर पर बदलाव लाएगा।
राहुल सनाढ्य, कांकरोली
राहुल सनाढ्य, कांकरोली
अगर राजनीति का शुद्धिकरण करना है तो निश्चित तौर पर युवाओं को प्राथमिकता देनी होगी। तभी हम जातिवाद और वंशवाद की राजनीति से मुक्ति पा सकेंगे।
दिग्विजय सिंह चुंडावत, मोही राजनीति में युवाओं को अग्रिम पंक्ति में आना चाहिए। क्योंकि युवाओं के पास एक विकसित देश का पूरा खाका है, उनके पास हौसला है, सिर्फ जरूरत है तो अवसर की। ऐसे में उन्हें अवसर मिलना चाहिए।
कैलाशचंद्र बोल्या, राजसमंद
दिग्विजय सिंह चुंडावत, मोही राजनीति में युवाओं को अग्रिम पंक्ति में आना चाहिए। क्योंकि युवाओं के पास एक विकसित देश का पूरा खाका है, उनके पास हौसला है, सिर्फ जरूरत है तो अवसर की। ऐसे में उन्हें अवसर मिलना चाहिए।
कैलाशचंद्र बोल्या, राजसमंद