राजसमंद जिले की यहां लगेगी पहली प्रदूषण जांच मशीन
राजसमंदPublished: Oct 16, 2022 11:31:01 am
- जिले की पहली प्रदूषण जांच मशीन धोईंदा में जल्द होगी शुरू, मशीन का डिस्पेल बोर्ड कलेक्ट्रेट में लगेगा, चौबीस घंटे होगी मोनिटरिंग, करीब 3 करोड़ रुपए होंगे खर्च, एयर क्वालिटी की मिलेगी जानकारी


राजमसंद के धोईंदा राउमावि में लगा टावर और मशीन के लिए बना कमरा।
हिमांशु धवल @ राजसमंद. जिले का पहला एयर क्वालिटी मोनिटरिंग सिस्टम धोईंदा में दीपावली से पहले शुरू होने की उम्मीद है। इसका डिस्पेल बोर्ड कलेक्ट्रेट परिसर में लगाया जाएगा। इससे प्रदूषण के स्तर की जानकारी मिलेगी। इस पर करीब 3 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
जिला मुख्यालय स्थित धोईंदा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर में राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल की ओर से एयर क्वालिटी मोनिटरिंग मशीन लगवाई जा रही है। इसकी मोनिटरिंग, संचालन और देखरेख संबंधी सभी कार्य की जिम्मेदारी एक डीओएनडी नामक कम्पनी को दी गई है। कम्पनी की ओर से कंटीन्यूअस एमबीएनटी हेयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन का निर्माण किया गया है। यहां पर लगी अत्याधुनिक मशीन चौबीस घंटे एयर क्वालिटी का डाटा को स्टोर करेगी और यह डाटा ऑनलाइन जिला मुख्यालय सहित जयपुर में मुख्यालय में पहुंच जाएगा। इस पर पर करीब ढ़ाई से तीन करोड़ रुपए खर्च होंगे। वर्तमान में मशीन आदि लगाने का कार्य पूरा हो गया है। अब सिर्फ बिजली के कनेक्शन का इंतजार है। कनेक्शन लगते ही मशीन काम करना शुरू कर देगी। आगामी दो-चार दिनों में इसका डिस्पेल बोर्ड जिला कलेक्ट्रेट परिसर में लगाया जाएगा। जिससे आमजन को भी एयर क्वालिटी की जानकारी मिल सकेगी।
खतरनाक तत्वों की होगी जांच
शहर में पीएम 2.5 मॉनिटर,ए यूवी विजिबल स्पेक्ट्रोमर्स, आईसीपी एमएस मशीनों के लिए एयर क्वॉलिटी मॉनटरिंग होगी। इससे हवा में पीएम 2.5, 10, सल्फर डाई ऑक्साइड, नाइट्रोजन डाई आक्साइड के साथ साथ पर्यावरण के साथ साथ इंसानों के नुकसान पहुंचाने वाले खतरनाक तत्व लेड, निकल, आर्सेनिक, बैरियम, आयरन, स्ट्रोनियम की मात्रा भी पता चलेगी।