यूं तो राजसमंद जिले का ऐसा कोई ब्लॉक नहीं छूटा है, जहां संक्रमण ताण्डव नहीं मचा रहा हो। देलवाड़ा से लेकर भीम और कुम्भलगढ़ से लेकर रेलमगरा-आमेट तक का क्षेत्र बुरी तरह संक्रमण की चपेट में है। घर-घर में लोग बीमार हैं। जांच करवाने पर बड़ी तादाद में लोग कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं। हालांकि सबसे ज्यादा रोगी इसी महीने में ठीक भी हुए हैं।
पिछले दो माह में हालात तेजी से बदले। गत फरवरी में संक्रमण दर केवल 1.16 फीसदी पर आ गई थी। मौजूदा समय में यह 16 फीसदी से ऊपर चली गई है। फरवरी में सबसे अधिक 98.24 प्रतिशत मरीज ठीक भी हो चुके थे, लेकिन यह सिलसिला मार्च और अप्रेल में धीमा पड़ता चला गया।
अस्पतालों की व्यवस्थाएं हांफने लगी
मरीजों के दबाव के आगे जिले के सरकारी अस्पतालों में व्यवस्थाएं भी हांफने लग गई है। कहीं भी बेड खाली नहीं हैं। लोग अब परिजनों को भर्ती कराने की स्थिति में बिस्तरों के जुगाड़ के लिए मशक्कत करने लगे हैं।
–फैक्ट फाइल–
2675 हैं आज एक्टिव केस हैं जिले में
9660 रोगी ठीक हो चुके हैं संक्रमण के बाद
406 एक्टिव केस थे सर्वाधिक सितम्बर, 2020 में
36 एक्टिव केस थे सबसे कम गत फरवरी में
62 मौतें हुई हैं कोरोना से सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक
135826 सैम्पल जांच हो चुकी है अब तक
7.11 प्रतिशत है जिले की औसत संक्रमण दर