केलवा निवासी लवेश उर्फ लहरीलाल (40) पुत्र नारायणलाल तेली, उसकी 38 वर्षीय पत्नी पुष्पादेवी, 12 वर्षीय पुत्र प्रिंस, 17 वर्षीय बेटी अमिषा व 14 वर्षीय बेटी सुमन गत 15 जून को केदारनाथ दर्शन के लिए घर से निकले थे। लवेश के साथ केलवा गांव से ही 3 मित्रों के परिवार भी साथ थे, जिसमें जनकपुरी, केलवा निवासी रतनलाल पडियार पुत्र नारायण पडियार, कैलाशनगर, केलवा निवासी नारायणलाल तेली पुत्र लच्छु तेली एवं जगदीश पुत्र भैरूलाल तेली शामिल थे। चारों परिवारों के सदस्यों ने 21 जून सुबह केदारनाथ के दर्शन किए, जहां से पैदल गौरी कुंड लौट रहे थे। गौरीकुंड से 2 किलोमीटर पूर्व रास्ते में पहाड़ी से एक बड़ी चट्टान गिर गई। चट्टान के नीचे दबने से लहरीलाल की मौत हो गई, वहीं उसकी पत्नी पुष्पादेवी का भी पैर फ्रैक्चर हो गया, जबकि हाथ व सिर में भी चोट आई।
घर पर मचा कोहराम
केदारनाथ में लवेश उर्फ लेहरीलाल तेली की मौत की जानकारी मिलते ही घर पर कोहराम मच गया। लवेश का बड़ा पुत्र 22 वर्षीय राहुल साथ में नहीं गया था। मृतक लवेश के परिवार में उसके पिता नारायणलाल तेली व उसकी मां भी है, जिसका रो-रोकर हाल बेहाल है। इधर, घायल पत्नी पुष्पा भी बार-बार बेसुध हो रही है।
गमगीन माहौल में निकली शवयात्रा, बाजार बंद
लवेश उर्फ लेहरीलाल तेली की मौत के बाद बुधवार को एम्बुलेंस से पार्थिव देह को केलवा गांव लाया गया। इससे पूर्व ग्रामीणों ने अपने प्रतिष्ठान स्वैच्छा से बंद कर शोक जताया, वहीं दोपहर में शवयात्रा में केलवा कस्बे से सैकड़ों लोग शामिल हुए। इस हादसे को लेकर शवयात्रा में शामिल हर शख्स की आंखें नम हो गई।