आईजी आनंद श्रीवास्तव ने घटनाक्रम का खुलासा करते हुए बताया कि बुधवार दोपहर 2 बजे राजसमंद पुलिस को सूचना मिली कि एक शव पड़ा है। धारदार हथियार से हत्या कर शव को वारकर जलाया गया है। मौके से हत्या में प्रयुक्त हथियार व बाइक बरामद की गई। बाइक के नम्बर के आधार पर पता लगाया तो वह इफराजुल का शव निकला। मूलत: पश्चिमी बंगाल के मालदा निवासी इफराजुल करीब डेढ़ दशक से राजसमंद ही रह रहा था। वीडियो वायरल के बाद शंभूलाल द्वारा हत्या कारित की पुष्टि हुई। वीडियो में आरोपित शंभूलाल ने सरेंडर की बात कही लेकिन पुलिस ने सुबह 9.30 बजे उसे केलवा में हिरासत में लिया। उसके साथ उसकी बच्ची व भाणजा साथ था।
आईजी ने स्पष्ट किया कि अभी तक आरोपित के मानसिक रोगी होने के संबंध में पूर्व के रिकॉर्ड या मेडिकल हिस्ट्री सामने नहीं आई है। आरोपित के परिवार से छेडख़ानी या कोई अन्य घटना के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रारंभिक पूछताछ में ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है। आईजी ने बताया कि वारदात के समय आरोपित के साथ उसकी सबसे छोटी बच्ची थी, जो मानसिक रूप से अस्वस्थ है। उसका इलाज चल रहा है। आरोपित पूर्व में मार्बल की ट्रेडिंग करता था। ८-१० साल तक उसने भीलवाड़ा, गुडग़ांव, गुजरात के आणंद में काम किया। पिछले एक साल से यह कुछ नहीं कर रहा था।
मोहल्ले की लड़की को भगा ले गए ये लोग पत्रकारों से बातचीत में आरोपित ने कहा कि मैंने कोई जघन्य अपराध नहीं किया है। अपराध तो उन्होंने किया है मेरे पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देकर। आरोपित ने हत्या को कारण पूछने पर कहा कि ये लोग हमारे मोहल्ले की एक लड़की को लेकर भाग गए थे। मैंने लड़की की मदद की इसलिए धमकी दे रहे थे। उसने बताया कि मैं लड़की को लेने बंगाल गया था, लेकिन लड़की ने मुझे रोकते हुए कहा कि ये हमें मार देंगे, आप पहले जाओ फिर मैं पीछे-पीछे आती हूं।
इंटरनेट बंद होने से हुई परेशानी
राजसमंद शहर में एहतियात के तौर पर बुधवार रात से गुरुवार देर रात तक इंटरनेट सेवा बंद रखी गई। गुरुवार को जिले भर में बैंकिंग, ऑनलाइन सेवाएं ठप रही जिससे उपभोक्ता सहित कार्मिक खासे परेशान रहे। दफ्तरों में नेट नहीं चलने से स्टाफ के कर्मचारी भी परेशान होते रहे।
राजसमंद शहर में एहतियात के तौर पर बुधवार रात से गुरुवार देर रात तक इंटरनेट सेवा बंद रखी गई। गुरुवार को जिले भर में बैंकिंग, ऑनलाइन सेवाएं ठप रही जिससे उपभोक्ता सहित कार्मिक खासे परेशान रहे। दफ्तरों में नेट नहीं चलने से स्टाफ के कर्मचारी भी परेशान होते रहे।