कांकरोली द्वारकाधीश मंदिर के पीठाधीश की देह पंचतत्व में विलीन
राजसमंदPublished: Feb 28, 2023 11:55:24 am
- पिछले छह महीने से चल रहे थे बीमार, बड़ौदा के एक अस्पताल में ली थी अंतिम सांस


राजसमंद. पुष्टिमार्गीय वल्लभ संप्रदाय की तृतीय पीठ कांकरोली स्थित श्री द्वारिकाधीश मंदिर के पीठाधीश गोस्वामी बृजेश कुमार का 83 साल की उम्र में देवलोकगमन हो गया। उन्होंने सोमवार सुबह 11.38 बजे बड़ौदा के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके निधन से गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र और देशभर के समूचे वल्लभ संप्रदाय में शोक की लहर दौड़ गई।
सोमवार शाम 4:30 बजे गोस्वामी बृजेश कुमार का बड़ौदा में परंपरागत ढंग से अंतिम संस्कार हुआ। लोग उनके अंतिम दर्शन को उमड़ पड़े। बड़ौदा के केवड़ाबाग स्थित बैठक मंदिर से निकली अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। करीब तीन किलोमीटर लम्बा हुजूम था। जगह-लोगों ने पुष्पवर्षा की।
मुखाग्नि ज्येष्ठ पुत्र डॉ. वागीश बावा ने दी। इस उनके छोटे भाई द्वारकेशलाल, पीठाधीश के भाई परगकुमार शिशिर कुमार, भतीजे नेमिष कुमार, पौत्र वेदांत कुमार, सिद्धांत कुमार, आश्रय कुमार एवं संजीव कुमार, मंदिर अधिकारी भगवतीलाल पालीवाल, मुख्य सलाहकार पद्मेश तैलंग, ट्रस्टी मुकेश भाई मेहता, सहायक अधिकारी गणेशलाल सांचीहर, समाधानी राजकुमार गौरवा, मंदिर पुरोहित, पंडित बिंदूलाल शर्मा भी उपस्थित थे।
द्वारकाधीश मंदिर के कार्यवाहक अधिकारी विनीत सनाढ्य ने बताया कि गोस्वामी बृजेश कुमार पिछले छह माह से बीमार चल रहे थे और पिछले 15 दिन से तबीयत ज्यादा खराब होने से उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा। पिछले तीन दिन से वेंटीलेटर पर उनकी हालत स्थिर थी। उनके निधन का समाचार सुनकर राजसमंद सहित अन्य जगहों से उनके अनुयायी, श्रद्धालु बड़ौदा पहुंचे। कांकरोली मंदिर से पहुंचे द्वारकेश बैंड ने उनकी अंतिम यात्रा में शोकोत्सव की धुन बजाई। गोस्वामी बृजेश कुमार 42 साल पहले 14वें पीठाधीश बने थे, जब उनके पिता बृजभूषणलाल का देवलोकगमन हुआ था। तृतीय गृहस्वामी बृजेश कुमार के परिवार में उनके बड़े पुत्र वागीश बावा व छोटे पुत्र द्वारकेश बावा तथा दो पुत्रियां सुचित्रा व भावना हैं।