राजस्थान की इस प्राचीन कला के संरक्षकों का तीन दशक पुराना सपना लेगा आकार, मोलेला में 2.55 करोड़ से बनेगी शिल्पबाड़ी
राजसमंदPublished: Jun 02, 2023 10:13:04 pm
विश्वप्रसिद्ध मृणशिल्प कला के संरक्षण में मिलेगी मदद, सेमिनार हॉल, प्रदर्शनी हॉल व कैफेटेरिया सहित अन्य सुविधाएं होंगी विकसित
खमनोर. मृण शिल्पकला के लिए देश-दुनिया में प्रसिद्ध मोलेला गांव में कलाकारों के लिए बहुप्रतीक्षित शिल्पबाड़ी योजना अब पूरा होने की उम्मीद जगी है। तीन दशक पुरानी मांग पर करीब ढाई दशक पूर्व प्रस्तावित शिल्प काम्प्लैक्स नामक योजना कागजों में चलती रही। अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 2 करोड़ 55 लाख रुपए की स्वीकृति जारी की है। नई योजना में कार्यकारी एजेंसी पुरातत्व विभाग को बनाया है। टेराकोटा आर्ट को राज्य सरकार से जीआई टैग भी मिला हुआ है।
इस राशि से शिल्पबाड़ी में सेमिनार हॉल, प्रदर्शनी हॉल व कैफेटेरिया सहित अन्य सुविधाओं को विकसित किया जाएगा। मोलेला की पारंपरिक कला का मूलत: संबंध धार्मिक अनुष्ठानों से रहा हैं। यहां के कलाकार देवी-देवताओं की मूर्तियां व मिट्टी के बर्तन बनाते आए हैं, लेकिन अब मॉडर्न आर्ट की कृतियां भी बना रहे हैं।