दरअसल, देर रात को रामरेवाड़ी के दौरान बाइक टक्कर के बाद विवाद हो गया था। इससे नाराज एक पक्ष के श्रद्वालु देवगढ़ थाने पहुंचे और आरोपी की तुरंत गिरफ्तारी करने की मांग करने लगे। कार्रवाई नहीं होने पर लोगों ने समुदाय विशेष को जुलूस नहीं निकालने देने की चेतावनी दे दी।
इसके बाद आधी रात को प्रदर्शन कर रहे लोगों की पुलिस की झड़प हो गई। लोगों को तितर—बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इसके बाद आंसू गैस के गोले भी छोड़े। मामले को शांत करने के लिए पुलिस अधिकारियों ने लोगों को समझाइश किया।
बाजार बंद कर किया प्रदर्शन विवाद के बाद शुक्रवार सुबह से ही पूरा देवगढ़ है आक्रोशित लोग प्रदर्शन कर बाजार बंद कर दिया है। प्रदर्शन कर रहे लोग जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तारी करने की मांग पर अड़े रहे, साथ ही चेतावनी दी कि कार्रवाई नहीं हुई तो समुदाय विशेष का जुलूस नहीं निकलने दिया जाएगा। हालात बिगड़ते देख एसपी भुवन भूषण यादव, एएसपी, अतिरिक्त जिला कलेक्टर राकेश कुमार ने देवगढ़ पहुंचकर लोगों से समझाइश की। इस दौरान अधिकारियों के सामने लोग आरोपी की जल्द गिरफ्तारी हो और जुलूस का मार्ग बदलने को लेकर अड़े रहे।
इंटरनेट की किया बंद
अधिकारियों से वार्ता के बाद कुछ हल नहीं निकला। मामला बढ़ता देख सुबह 11 बजे राजसमंद शहर में इंटरनेट की सेवाओं को बंद कर दिया गया। मौके पर राजसमंद पुलिस लाइन, 10 पुलिस थानों के जवानों लगाया गया। वहीं एमवीसी व क्यूआरटी के जवान भी तैनात कर दिए गए हैं।
अधिकारियों से वार्ता के बाद कुछ हल नहीं निकला। मामला बढ़ता देख सुबह 11 बजे राजसमंद शहर में इंटरनेट की सेवाओं को बंद कर दिया गया। मौके पर राजसमंद पुलिस लाइन, 10 पुलिस थानों के जवानों लगाया गया। वहीं एमवीसी व क्यूआरटी के जवान भी तैनात कर दिए गए हैं।