इस साल कोरोना ने कई तरह के बुरे हालात पैदा कर दिए हैं, जिनके विरुद्ध आमजन के संकल्प को इस पावन मौके पर मजबूत करने का अवसर है। चूंकि बुराई पर अच्छाई के विजय का यह प्रतीक पर्व है, ऐसे में कोरोनाकाल में मानव जाति पर बढ़े संकट पर नियंत्रण और जीत का जज्बा दिखाने का उत्सव बना दें।
1. बेरोजगारी से उपजी स्थिति में जरूरतमंद की मदद करेंगे।
2. समाज में बढ़ते अपराधों पर नियंत्रण में हपना हरसम्भव सहयोग करेंगे।
3. रोगों से लडऩे के लिए जागरूक रहकर अपना व परिवार का ध्यान रखेंगे।
4. असहयोग की भावना को तिलांजलि देंगे।
5. निज स्वार्थ के वशीभूत न होकर सर्वजन हिताय की सोच को बढ़ाएंगे।
6. बढ़ते अविश्वास को घटाकर आपसी सौहार्द्र को कायम करेंगे।
7. किसी तरह के वैमनस्य को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों में शामिल नहीं होंगे।
8. कोरोनाकाल में प्रभावित हुई बच्चों की शिक्षा के लिए मदद करेंगे।
9. हर व्यक्ति को भोजन और बीमार को इलाज मिले, यह काम सामाजिक स्तर पर भी करेंगे।
10. अवसाद-तनाव के रावण को जलाकर मन पर नियंत्रण रखने का प्रयास करेंगे।