धर्म ध्यान होना चाहिए-आचार्य
आचार्य प्रवेश के बाद धर्मसभा में कहा कि चार्तुमास तो कराया है, लेकिन गांव में जैन भाइयों के घर सभी खुले रहने चाहिए व धर्म ध्यान होना चाहिए तभी चातुर्मास की सार्थकता होगी। कलक्टर श्यामलाल गुर्जर ने कहा कि अच्छे कार्य किए इसलिए मनुष्य जीवन मिला है। इसे सार्थक बनाने के लिए श्यादवाद एवं अनेकवाद का अभ्यास करना चाहिए। इस अवसर पर कुंभलगढ़ उपखण्ड अधिकारी गोविन्दसिंह रत्नू, डिप्टी चंदनसिह महेचा, चारभुजा थानाधिकारी भंवरलाल विष्नोई, विकास अधिकारी केलवाड़ा रमेशचन्द्र मीणा, समाजसेवी फतेहलाल मेहताा, ग्राम विकास अधिकारी रिछेड़ महेन्द्रसिंह, मोहनलाल पामेचा, ओमप्रकाश मेहता, अशोक बाफना, धर्मचंद कोठारी, बाबूलाल राठोड़, श्रीपाल कोठारी, चन्दमल सिंघवी, देवीलाल कोठारी, राजेश गेहलोत, इन्द्रमल धुपिया उपस्थित थे।
आचार्य प्रवेश के बाद धर्मसभा में कहा कि चार्तुमास तो कराया है, लेकिन गांव में जैन भाइयों के घर सभी खुले रहने चाहिए व धर्म ध्यान होना चाहिए तभी चातुर्मास की सार्थकता होगी। कलक्टर श्यामलाल गुर्जर ने कहा कि अच्छे कार्य किए इसलिए मनुष्य जीवन मिला है। इसे सार्थक बनाने के लिए श्यादवाद एवं अनेकवाद का अभ्यास करना चाहिए। इस अवसर पर कुंभलगढ़ उपखण्ड अधिकारी गोविन्दसिंह रत्नू, डिप्टी चंदनसिह महेचा, चारभुजा थानाधिकारी भंवरलाल विष्नोई, विकास अधिकारी केलवाड़ा रमेशचन्द्र मीणा, समाजसेवी फतेहलाल मेहताा, ग्राम विकास अधिकारी रिछेड़ महेन्द्रसिंह, मोहनलाल पामेचा, ओमप्रकाश मेहता, अशोक बाफना, धर्मचंद कोठारी, बाबूलाल राठोड़, श्रीपाल कोठारी, चन्दमल सिंघवी, देवीलाल कोठारी, राजेश गेहलोत, इन्द्रमल धुपिया उपस्थित थे।
राजसमंद. मुनि जतनमल ने सहवर्ती संत मुनि आनन्द कुमार के साथ वर्षावास के लिए राजनगर स्थित भिक्षु बोधि स्थल में मंगल प्रवेश किया। फिर अभिनंदन समारोह में मुनि जतनमल द्वारा महामंत्रोच्चारण किया गया। भिक्षु बोधि स्थल अध्यक्ष ख्यालीलाल चपलोत, कार्याध्यक्ष ख्यालीलाल मेहता, तेरापंथ युवक परिषद अध्यक्ष विनोद मेहता, राजेन्द्र मेहता, अनिल मेहता मंचासीन थे। ज्ञानशाला प्रशिक्षिका हंसा मेहता, पंछी चपलोत ने मंगलाचरण किया।
कार्यक्रम में मुनि जतनमल ने कहा कि ज्ञान, दर्शन, चरित्र और तप की आराधना का स्वर्णिम अवसर है चातुर्मास। श्रावक समाज से आह्वान करते हुए कहा कि भगवान महावीर की वाणी को आत्मसात करते हुए त्याग, तपस्या, जप, ध्यान व प्रवचन श्रवण के माध्यम से अपने जीवन को सफल बनाए। मुनि आनन्द कुमार ने कहा कि चातुर्मास उस दर्पण के समान है, जिसमें झांककर हम जान सकते हैं कि हम धर्म के कितने नजदीक हैं। चातुर्मास एक व्यक्ति को अनेक व्यक्तित्व से साक्षात्कार का अवसर है। उन्होंने कहा कि चातुर्मास काल में विभिन्न धार्मिक गतिविधियों के साथ साथ गुरु निष्ठा को मजबूत करने, सामाजिक उत्थान व विकास योजनाओं के क्रियान्वयन का अवसर मिलता है।
इस दौरान पूर्व अध्यक्ष गणपत लाल धर्मावत, तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्षा सीमा धोका, निर्मला चपलोत, आशा सोनी, कन्या मंडल प्रभारी मीना नवलखा, नीना कावडिय़ा, हर्षा डागलिया, लता मादरेचा, शोभा कोचर, सागरमल कावडिय़ा ने गीतिका पेश की। संचालन भिक्षु बोधि स्थल सहमंत्री मंजू बडोला ने व आभार अनिल बडोला ने जताया।
कार्यकारिणी को दिलाई शपथ
राजसमंद. साध्वी जसवती के सानिध्य में रविवार को श्रीजैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा कांकरोली का शपथ ग्रहण समारोह प्रज्ञा विहार में हुआ। समारोह में तेरापंथी सभा के सभाध्यक्ष भीकम कोठारी ने स्वागत उद्बोधन दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. महेंद्र कर्णावट ने करते हुए नवीन कार्यकारिणी को शपथ दिलाई। समारोह के मुख्य अतिथि मेवाड़ कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष राजकुमार फतावत, विशिष्ट अतिथि मेवाड़ कॉन्फ्रेंस महामंत्री भूपेंद्र चोरडिया, कोषाध्यक्ष देवेंद्र कच्छारा, सभाध्यक्ष भीकम कोठारी, पूर्व सभाध्यक्ष चंद्रप्रकाश चोरडिया, सभा उपाध्यक्ष प्रकाश सोनी, चंदा टुकलिया, विजयलक्ष्मी सोनी, साधना चोरडिया थे। कार्यक्रम में अध्यक्ष फतावत एवं महामंत्री ने कॉन्फ्रेंस की वर्तमान गतिविधियों की जानकारी दी। कार्यक्रम में सभा मंत्री विनोद चंडालिया ने सदस्यों का परिचय दिया। इस दौरान समारोह में पूर्व तेयुप अध्यक्ष रामपाल सिंघवी, पवन कोठारी, ज्ञानशाला मेवाड़ प्रभारी ऋतु धोका, तेयुप अध्यक्ष विकास बाबेल, तेयुप मंत्री नीतिन आंचलिया सहित कई श्रावक मौजूद थे।