भीलवाड़ा-राजसमंद फोरलेन बनने के बाद सबसे घातक क्रॉसिंग मोही-कांकरोली बना हुआ है। कुरज, कुंवारिया, पीपली, मोही, राज्यावास, सोनियाणा, केरोट समेत दर्जनों गांवों के हजारों लोगों को रोजाना राजसमंद आने के लिए इस क्रॉसिंग से गुजरना पड़ता है। यहां ज्यादातर दुर्घटनाएं रात के समय हुईं। वजह यह कि वहां रोड लाइट नहीं है। फोरलेन पार करते समय अचानक तेज रफ्तार से आते वाहन दिखाई नहीं देते हैं और उनकी चपेट में आकर लोग जान गंवा रहे हैं।
रेलवे स्टेशन रोड पर पहले जेके सर्किल था, जिसे फोरलेन निर्माण के समय तोडऩा पड़ा। यह क्रॉसिंग स्कूली बसों की आवाजाही के अलावा चितौडग़ढ़, रेलमगरा की ओर आने-जाने वाले लोगों के लिए भी व्यस्ततम मार्ग है। लोगों ने बताया कि यहां फोरलेन निर्माण के समय ही ओवरब्रिज बनना चाहिए था, जिसकी अनदेखी कर दी गई।
यहां भी हैखतरा
नाथद्वारा में लालबाग, नला-नेगडिय़ा, राबचा, गुंजोल, बड़ारड़ा बस स्टैण्ड, भगवान्दा मोड़, मोखमपुरा मोड़, देवपुरा मोड़, मादड़ी चौराहा, मांडावाड़ा, धानीन, गोमती आदि जगहों पर दर्जनों क्रॉसिंग पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी के चलते हादसे हो रहे हैं।
१. पसून्द और मोखपुरा क्रॉसिंग
केलवा थानान्तर्गत पसून्द के पास राष्ट्रीय राजमार्ग एक कंटेनर और सवारी गाड़ी के बीच भिड़न्त में सवारी गाड़ी में सवार 11 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। दुर्घटना इतनी भयानक थी कि सवारी गाड़ी चकनाचूर हो गई।
२.पीपरड़ा क्रॉसिंग जानलेवा
गत १६ फरवरी को राजनगर थाना क्षेत्र के पीपरड़ा में एनएच-8 पर अलसुबह एक निजी बस और डंपर की भिड़ंत में बस सवार चार यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि नौ यात्री घायल हो गए।
३. जेके सर्कल
गत ३ जून को जेके सर्किल की तरफ अपने घर जाते समय रघुवीर सिंह (३३) पुत्र भीम सिंह को सामने से आ रहे अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी, जिसकी उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
४. मोही रोड क्रॉसिंग
गत १२ फरवरी सवारियों से खचाखच भरा टेम्पो मोही रोड पर क्रॉसिंग के दौरान एक कार से जा टकराया, जिसमें दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यहां भी लापरवाही से जानें हो गईं सस्ती
५. देलवाड़ा. मजेरा, बिलोता, नेगडिय़ा, बरवा व कालीवास चौराहे पर हर समय हादसे का भय रहता है। इन चौराहों में से सर्वाधिक मजेरा-बिलोता चौराहा सबसे ज्यादा खतरनाक है। हाईमास्ट लाइट नहीं होने से रात्रि में राजमार्ग पार करना जान जोखिमभरा है। बीते दो सालों में बिलोता के दो लोग राजमार्ग पार करते समय जान गंवा बैठे। चौराहे के दूसरे छोर पर बिलोता का सीनियर स्कूल है। रोजाना स्कूली बच्चे जोखिम उठाकर पार कर विद्यालय पहुंचते हंै।
६.छह माह पूर्व वंट निवासी शिक्षक अमर सिंह झाला व उनकी पत्नी कार की चपेट में आने से घायल हो गए। नेगडिय़ा के पास स्कूटी सवार भंवरलाल तेली व कालीवास निवासी कमलिया गमेती अज्ञात वाहन की टक्कर से जान गंवा बैठे। कई मवेशी भी चपेट में आकर मर चुके हैं।
७. कुंवारिया. भावा के बस स्टॉप के निकट क्रॉसिंग, डुमखेड़ा चौराहा, मादड़ी चौराहा ओवरब्रिज के निकट क्रॉसिंग, रूपाखेड़ा चौराहा कुंवारिया का वीर तेजा चौराहे पर ब्रिज और रोशनी की व्यवस्था नहीं होने से रात में हादसों का भय रहता है। वीर तेजा चौराहा पर अन्धेरे के कारण कई मवेशियों और पांच लोगों की अकाल मृत्यु हो चुकी है।